प्रेमपूर्वक उपेक्षित ही रखें मूर्खों और नासमझों कोडॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.comहमारी दैनंदिन जिन्दगी में कई सारे मौके ऎसे आते हैं जब नासमझों और मूर्खों से पाला पड़ता है। हमारे संपर्क में आने वाले लोगों में यदि समझदार हों तो उनसे चर्चा करना और उन्हें समझाना ज्यादा आसान होता है लेकिन खूब सारे लोग ऎसे होते हैं […]
Category: आज का चिंतन
आज का चिंतन-13/06/2013
जो हैंजैसे हैं उन्हें स्वीकारें आत्म अनुकूलताएँ लाएंडॉ. दीपक आचार्य941330607dr.deepakaacharya@gmail.com जीवन में सभी प्रकार की अनुकूलताएं हमेशा प्राप्त नहीं होती। हमारे जीवन, आस-पास और परिवेश में जो कुछ होता है उसका हम पर अच्छा-बुरा प्रभाव निश्चय ही पड़ता है। कई बार जब अच्छी स्थितियां होती हैं तब हमें प्रसन्नता होती है और जब हमारे लिए प्रतिकूल […]
आज का चिंतन-12/06/2013
जो करना है खुद करें,औरों के भरोसे न रहें – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077dr.deepakaacharya@gmail.comहममें से कई लोगों की आदतों में आजकल खूब सारी बुराइयाँ आ गई हैं जिनकी वजह से हमारे कामों की गति प्रभावित होने के साथ ही ढेरों समस्याएँ सामने आ रही हैं। हमारी रोजमर्रा की जिन्दगी में कई सारे काम ऎसे होते हैं […]
आज का चिंतन-11/06/2013
प्रताप का स्मरण काफी नहीं मातृभूमि के लिए प्रतापी बनेंडॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com आज सभी स्थानों पर प्रातःस्मरणीय महाराणा प्रताप की जयंती मनाई जा रही है। महाराणा प्रताप जैसा विराट व्यक्तित्व भारतीय इतिहास का वह सूरज है जो भले ही काल के बादलों की ओट में खो चला है मगर इसकी सुनहरी रश्मियाँ और तेज सूरज-चाँद […]
आज का चिंतन-10/06/2013
औपचारिकताएँ न निभाएं जो करें तहे दिल सेडॉ. दीपक आचार्य9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com जिस प्रकार से दुनिया में डुप्लीकेट माल की भरमार बढ़ती जा रही है, चाईनीज आईटम सस्ते दामों में बाजार में छाए ही जा रहे हैं, हमारी जिन्दगी में कई सारे संसाधन और उपकरण इतने घर कर गए हैं कि उनके बगैर जीना भी कोई जीना कहा […]
आज का चिंतन-06/06/2013
जीवन का असली आनंद चाहें तोखुद खुश रहें,औरों को खुश रखें– डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.comसंसार में सब कुछ होते हुए भी लोगों का एक बहुत बड़ा वर्ग ऎसा है जो कभी खुश नहीं रह सकता, चाहे जमाने भर के सारे सुख, आदर और सम्मान तथा अभिनंदन प्राप्त क्यों न हो जाएं।सभी प्रकार के वैभव, पद-प्रतिष्ठा, लोकप्रियता, धन-संपदा और संसाधनों तथा अनुकूल परिस्थितियों […]
आज का चिंतन-05/06/2013
पर्यावरण रक्षा सर्वोपरि फर्जप्रकृति नहीं तो सब है बेकार– डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.comहमारे पास सब कुछ है लेकिन पर्यावरणीय सौन्दर्य नहीं है तो सारे संसाधन,भौतिक संपदा और जीवन व्यवहार सब निरर्थक है। प्रकृति के खुले आँगन मेंरहते हुए जिन तत्वों और नैसर्गिक ऊर्जाओं के निरन्तर पुनर्भरण कीप्रक्रिया अहर्निश चलती रहती है वही वस्तुतः जीवन है। इसके […]
आज का चिंतन-04/06/2013
लक्ष्य ऊँचा और बड़ा रखेंछोटे स्तर से शुरूआत को हीन न मानें– डॉ. दीपक आचार्य9413306077दुनिया का हर आदमी विकास के चरम शिखर को प्राप्त करना चाहता है। इसके लिए कुछ लोग भाग्यशाली होते हैं जो पूर्वजन्म के अच्छे कर्म के कारण से ऐसा सब कुछ पा जाते हैं जिसके योग्य वे नहीं हुआ करते हैं। […]
आज का चिंतन-03/06/2013
नियमित भ्रमण अपनाएँ स्वस्थ और मस्त रहें– डॉ. दीपक आचार्य9413306077 चलन ही जीवन है और जड़ता मृत्यु। यह बात दुनिया के हर जीव पर लागू होती है। मशीनें भी वे ही ठीक-ठाक रहती हैं जिनका निरन्तर उपयोग होता रहता है। यह बात मनुष्यों से लेकर पशु-पक्षियों तक में समान रूप में होती रहती है तभी तक […]
02/06/2013
बनाए रखें देवालयों की पवित्रता सांसारिक कर्मों का डेरा न बनाएँ -डॉ.दीपक आचार्य9413306077 मन्दिरों में जाने पर मन को असीम शांति प्राप्त होती है, चित्त संसार से हटकर कुछ क्षणों के लिए परमात्मा का चिंतन करने लगता है, मस्तिष्क की उद्विग्नताएं विराम लेती हैं और सांसारिक वृत्तियों के प्रति आयी शून्यता का भाव तन-मन को […]