आधे-अधूरे न बने रहें व्यक्तित्व में पूर्णता लाएँ – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com वर्तमान पीढ़ी में वे लोग कम ही देखने को मिलते हैं जो अपने व्यक्तित्व को पूर्ण विकसित कर दिखाते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त करने का श्रेय साथ लेकर जाते हैं। असली मनुष्य वही है जो कहीं भी अकेला […]
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आज का चिंतन-08/09/2013
सुकून चाहें तो अपनाएँ स्थानीय परंपराओं को – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com लोक जीवन और परिवेश में परिवर्तन का क्रम सदैव बना रहता है और उसी के अनुरूप दुनिया के सभी क्षेत्रों में जनजीवन को ऊर्जा से सिंचित करने तथा ताजगी बनाए रखने के साथ ही परंपराओं के निर्वाह के लिए उत्सव, पर्व और […]
आज का चिंतन-07/09/2013
सौभाग्य का आनंद चाहें तोभ्रमों-शंकाओं से दूर रहें – डॉ. दीपक आचार्य9413306077 जीवन में सभी प्रकार की सुख-सुविधाओं और ऐश्वर्य, सुदृढ़ पारिवारिक एवं सामाजिक स्थिति और लोक प्रतिष्ठ होने के बावजूद कई लोग ऐसे होते हैं जो जीवन में कभी मुक्ति और प्रसन्नता का अनुभव नहीं कर पाते हैं। ऐसे लोग न खुद खुश रह पाते […]
आज का चिंतन-06/09/2013
बहस में समय न गँवाएंरचनात्मक करें – डॉ. दीपक आचार्य9413306077 हमारा ‘यादातर समय बेकार की बहस में चला जाता है। दिन भर में हम कई बार बहस में उलझ जाते हैं जिसका न कोई लाभ होता है, न कोई निष्कर्ष सामने आ पाता है। कुल मिलाकर आजकर बहस का सीधा सा अर्थ टाईमपास और मनोरंजन […]
आज का चिंतन-05/09/2013
शिक्षकीय स्वाभिमान ही है राष्ट्रनिर्माण का मूलाधार – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 शिक्षक समाज और राष्ट्र का निर्माता है जिसके जिम्मे उस पीढ़ी को तैयार करने का दायित्व है जो सृजन और विकास का इतिहास कायम करती है और समुदाय तथा देश के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित करती है। इससे पाठशाला और समुदाय के […]
आज का चिंतन-03/09/2013
शरीर के लिए समय निकालें वरना शरीर निकल जाएगा – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com मन, मस्तिष्क और शरीर तीनों को स्वस्थ, मस्त और फुर्तीला बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि इन्हें पर्याप्त पोषण और समय मिले तथा इनकी निरन्तरता के लिए प्रत्येक प्रकार की ऊर्जाओं की प्राप्ति नियमित रूप से होती रहे। इसीलिये […]
आज का चिंतन-02/09/2013
औरों की नकल न करेंखुद की पहचान बनाएं – डॉ. दीपक आचार्य9413306077 दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति में यह सामर्थ्य मौलिक रूप से विद्यमान है कि वह चाहे तो अपनी अलग पहचान बना सकता है। इसके लिए ईश्वर की ओर से उसे पर्याप्त बुद्घि और हुनर से नवाजा जाकर धरा पर भेजा गया है। यह दिगर बात […]
आज का चिंतन-01/09/2013
झूठन चाटने वाले ही करते हैंझूठी और सुनी-सुनायी बातें – डॉ. दीपक आचार्य9413306077 हर इंसान की हर प्रकार की अभिव्यक्ति और जीवन व्यवहार का सीधा संबंध खान-पान से है। अन्नमय शरीर का निर्माण खान-पान से ही होता है और ऐसे में मन-मस्तिष्क और शरीर के तमाम अवयवों, कर्मेन्द्रियों व ज्ञानेन्द्रियों से लेकर जीवन की तमाम […]
आज का चिंतन-31/08/2013
हिन्दुस्तान मेंयही सबसे बड़ी बुराई है – डॉ. दीपक आचार्य9413306077 बस-रेल, चौराहों-सड़कों से लेकर गप्पस्थलों तक सभी जगह आजकल ऐसे लोगों की खूब बहुतायत रहती है जो बात-बात में कहने के आदी हो गए हैं कि हिन्दुस्तान में यही सबसे बड़ी बुराई है। और अभिव्यक्ति भी ऐसी मुखर होकर करेंगे कि जैसे इन्हें हिन्दुस्तान के […]
आज का चिंतन-30/08/2013
देश के लिए भार ही हैं पालतु और फालतु लोग – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 मनुष्य के रूप में परिपूर्णता पाने वाले लोगों के लक्षण पालने से ही दिखने शुरू हो जाते हैं और इसी प्रकार उन लोगों के भी लक्षणों की झलक पालने से ही पता की जा सकती है जो भगवान की दी […]