‘कहानियों का पिटारा’ नामक पुस्तक डॉ अलका अग्रवाल जी के द्वारा लिखी गई है । इस पुस्तक को लेखिका ने बच्चों के लिए विशेष रुप से लिखा है। जिससे कहानियों के माध्यम से उनके ज्ञान में वृद्धि हो सके। पुस्तक के संबंध में उन्होंने अपने ‘दो शब्द’ की भूमिका में ही यह स्पष्ट किया है […]
Category: पुस्तक समीक्षा
बाल गीता
बाल गीता प्रिय बच्चों! गीता हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इस ग्रंथ में श्री कृष्ण जी ने अर्जुन को उस समय उपदेश दिया जिस समय वह मोह के वशीभूत होकर युद्ध से पीठ फेरकर बैठ गया था। युद्ध का पहला दिन था। श्री कृष्ण जी अर्जुन के रथ को हाँकते हुए जब कुरुक्षेत्र […]
पुस्तक समीक्षा : अंधेरा छटेगा जरूर
‘अंधेरा छटेगा जरूर’- पुस्तक के लेखक डॉ आदित्य कुमार गुप्त जी हैं । गुप्त जी की यह पुस्तक काव्य में है । जिसमें उन्होंने अपनी 46 कविताओं को स्थान दिया है। ‘अंधेरा छटेगा जरूर’ नामक उनकी कविता के नाम से ही इस पुस्तक का नामकरण किया गया है। वास्तव में उनकी यह कविता इस पुस्तक […]
पुस्तक समीक्षा : ‘साये अपने -अपने’
‘साये अपने -अपने’ पुस्तक के लेखक श्री राजकुमार निजात हैं। निजात जी के द्वारा यह पुस्तक उपन्यास रूप में युवा वर्ग के लिए विशेष रूप से लिखी गई है। लेखक श्री राजकुमार निजात साहित्य की प्रत्येक विधा में लिखने में कुशल हैं। इस पुस्तक का प्रथम प्रकाशन 1985 में हुआ था। इस उपन्यास में […]
‘प्रतिनिधि पंजाबी कहानियां’ की अनुवादक श्रीमती सावित्री चौधरी हैं। जिन्होंने अबसे पूर्व में अपनी कई ख्यातिलब्ध पुस्तकें लिखकर दर्जनों पुरस्कार प्राप्त किए हैं। अपनी इस पुस्तक में उन्होंने बड़ा डॉक्टर, रब अपने असली रूप में, जैथा ग्वाला, जूठे आम, सैहबी फिर भी अकेला था, मांग, सोलहवां साल, मीनू , उफ़ क्या है ?, काला बाप […]
पुस्तक समीक्षा : सार सतसई
‘सार सतसई’ पुस्तक डॉ शंकर लाल गुप्ता द्वारा लिखी गई है, जो कि एक बहुत ही संवेदनशील कवि के रूप में विख्यात हैं। इस पुस्तक में डॉ शंकर लाल गुप्त जी के द्वारा दोहों के रूप में अपने मन की बात को अभिव्यक्ति दी गई है। उन्होंने बहुत ही बेहतरीन ढंग से विभिन्न विषयों को […]
“भारतीय परंपराओं की वैज्ञानिकता” – नामक पुस्तक श्रीमती सुनीता बापना व श्रीमती कुसुम अग्रवाल के द्वारा लिखी गई है। यह पुस्तक भारतीय परंपराओं की वैज्ञानिकता पर प्रकाश डालती है ,जो कि इसके नाम से ही स्पष्ट हो जाता है। भारतीय परंपराओं के बारे में यह सच है कि वह चाहे आज कितनी ही और किसी […]
‘आनंद सारा’ (उपन्यास ) देवाराम भामू जी द्वारा उपन्यासात्मक शैली में लिखी गई पुस्तक है। वास्तव में इस पुस्तक में दो लघु उपन्यास हैं। जिनमें से एक का नाम ‘आनंद सारा’ है तो दूसरे का ‘एक भूल और जीवन’ है। विद्वान लेखक ने बड़ी सहज और सरल परंतु विद्वतापूर्ण सारगर्भित भाषा शैली में अपनी बात […]
”भारतवर्ष का अतीत वर्तमान और भविष्य”- नामक यह पुस्तक आर्य समाज के प्रसिद्ध विद्वान श्री मोहन देव जी द्वारा दो खंडों में लिखी गई है। विद्वान लेखक ने प्रथम भाग में वैदिक संस्कृति, भारतवर्ष का गौरव, क्या आर्य विदेशी थे ? , आर्यों का 15 लाख वर्ष का इतिहास , वेद और विज्ञान, सृष्टि विज्ञान, […]
विश्व सभ्यताओं का जनक :भारत (एक शोध ग्रंथ) डॉक्टर अखिलेश चंद्र शर्मा जी द्वारा लिखित यह पुस्तक भारत के गर्व और गौरव को परिभाषित, स्थापित और व्याख्यायित करने वाला महान शोध ग्रंथ है। पुस्तक की प्रत्येक पंक्ति से लेखक की देशभक्ति, वेद भक्ति और प्रभु भक्ति की झलक दिखाई देती है। वास्तव में किसी भी […]