सत्य इंसान के लिए वह आचरणीय विषय है जिसे स्वीकार कर लिए जाने पर तमाम सिद्धान्त और आदर्श पीछे-पीछे चलने लगते हैं। यों कहा जाए कि जो व्यक्ति सत्य को ही अपने जीवन का ध्येय बना लेता है वह अपने आप धर्म मार्ग को प्राप्त कर लेता है और उसके लिए सत्य-धर्म एकमात्र वह माध्यम […]