एक का उठना एक का गिरनाये खेल निरंतर चलता है।नीति पथ के अनुयायी को जग में मिलती सच्ची सफलता है।।पथ अनीति का अपनाये जो,वह कागज के सम गलता है।कालचक्र जब घूमकर आये,तब चलती नही चपलता है।।अलाउद्दीन खिलजी ने निश्चित रूप से दिल्ली की सल्तनत को विस्तार दिया था। पर उसने दिल्ली सल्तनत को फैलाने में […]