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वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा

अमर शहीद रामप्रसाद ‘बिस्मिल’   अरूजे कामयाबी पर कभी तो हिन्दुस्तां होगा । रिहा सैयाद के हाथों से अपना आशियां होगा ।।   चखायेगे मजा बरबादिये गुलशन का गुलची को । बहार आयेगी उस दिन जब कि अपना बागवां होगा ।।   वतन की आबरू का पास देखें कौन करता है । सुना है आज […]

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