रामस्वरूप भारत जब विश्व सभ्यता का केन्द्र था तो स्वाभाविक ही उसका संबंध संसार की तत्कालीन प्रमुख सभ्यताओं और समाजों से प्रगाढ़ और प्रभावकारी था। जैसा कि भाषाओं के साम्य से स्पष्टहोता है यूरोप, फारस और भारत परस्पर घनिष्ठता से संबंद्घ हैं, और संभवत: इनका मूल भी एक ही हो, परंतु तीनों के समान पूर्वज […]