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राजनीति

संघ-भाजपा संबंधों पर से पर्दा हटा

इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का नाम भी भारतीय डाक टिकटों से मिटाने का प्रयास किया जा रहा है। शिक्षा क्षेत्र में जिस तरह के निर्णय लिए गए हैं, वह भी विध्वंसकारी स्थिति है। इतिहास की किताबों को नए सिरे से लिखा जा रहा है। इन नई पुस्तकों में उन लोगों को मिटाया जा रहा […]

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राजनीति

लालू के बेटे तेजस्वी का भाजपा पर तीखा हमला

नई दिल्ली, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी ने सोशल मीडिया के माध्यम से भाजपा पर तीखा हमला बोला है। तेजस्वी ने भाजपा पर दूसरे राज्यों में बिहारियों के प्रति नीति को मुद्दा बनाकर हमला बोला। उन्होंने जिक्र किया कि कभी भाजपा के झारखंड मुख्यमंत्री स्थानीय नीति बनाकर उत्तरप्रदेश व बिहार के लोगों […]

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राजनीति

नितीश का टकराव अंदाज भाजपा को देगा बढ़त

प्रवीण गुगनानी कभी नमो के पांच करोड़ से रन आऊट हुए नितीश अब नमो के सवा सौ लाख करोड़ से स्टम्पड आउट होते स्पष्ट दिख रहे। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसन्न बिहार चुनाव के पहले बिहार को सवा सौ लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज देकर एक प्रकार से नितीश पर साहसिक किन्तु डबल […]

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राजनीति

क्या बिहार में जंगलराज था या है ? अगर ‘हाँ’ …तो इसमें भाजपा का भी योगदान है

आज से कुछ दिनों पहले , रविवार ९ अगस्त २०१५ को , गया की रैली में बिहार के पिछले २५ वर्षों के शासनकाल को , जंगलराज , कुशासन और बिहार की बदहाली का कारण बता कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो भाजपा की प्रदेश इकाई को सांसत में ही डाल दिया है l प्रधानमंत्री के इस बयान […]

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संपादकीय

अमितशाह की ‘फीलगुड’ और भाजपा, भाग-दो

अमितशाह की भाजपा अपने प्रचण्ड बहुमत के नशे में चूर ‘फीलगुड’ की बीमारी से ग्रसित थी इसलिए यह भूल गयी कि सरकार की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाना पार्टी का काम होता है। खरगोश की भांति अपनी गति पर भरोसा कर पार्टी आराम से सोती रही और विपक्ष का कछुआ भूमि विधेयक विरोधी प्रचार में […]

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संपादकीय

अमितशाह की ‘फीलगुड’ और भाजपा

भाजपा को ‘फीलगुड’ की पुरानी बीमारी है। बेचारी इसी बीमारी के कारण 2004 का लोकसभा चुनाव हार गयी थी। उसके पश्चात भी पार्टी में ‘फीलगुड’ के अलम्बरदारों ने सच कहने वालों की एक भी नही सुनी थी। फलस्वरूप पार्टी अपने पुराने ढर्रे पर ही चलती रही। नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह पार्टी के ऐसे नेता […]

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राजनीति

भाजपा नेतृत्व की बढ़ती जा रहीं मुश्किल चुनौतियां

एस. निहाल सिंह मोदी सरकार का पहला चरण पूरा हो चुका है। इस एक साल में प्रधानमंत्री को गौरवान्वित करने वाली सफलता मिली है जब उन्होंने यूपीए-2 की मनमोहन सरकार में लगी घोटालों की झड़ी के विपरीत देश का रुख विकास की ओर मोड़ दिया है। हालांकि अब एक साल से कुछ ज्यादा का सफर […]

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संपादकीय

भाजपा, नैतिकता और गोविन्दाचार्य

भाजपा जब अस्तित्व में आयी थी तो इसने ‘पार्टी विद डिफरेंस’ का नारा दिया था। उसका अभिप्राय लोगों ने यह लगाया था कि यह पार्टी अन्य पार्टियों की राह को न पकडक़र राजनीति में अपना रास्ता अपने आप बनाएगी और वह रास्ता ऐसा होगा जो अन्य पार्टियों के लिए और इस देश की भविष्य की […]

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संपादकीय

भाजपा, नैतिकता और गोविन्दाचार्य

भाजपा जब अस्तित्व में आयी थी तो इसने ‘पार्टी विद डिफरेंस’ का नारा दिया था। उसका अभिप्राय लोगों ने यह लगाया था कि यह पार्टी अन्य पार्टियों की राह को न पकडक़र राजनीति में अपना रास्ता अपने आप बनाएगी और वह रास्ता ऐसा होगा जो अन्य पार्टियों के लिए और इस देश की भविष्य की […]

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विविधा

भाजपा, सेना दोनों को होगा घाटा!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिवसेना के साथ आजकल जो बर्ताव कर रहे हैं राजनीति में प्रायः वही किया जाता है क्योंकि राजनीति मूलतः सत्ता का खेल है। जो पार्टी कल तक महाराष्ट्र में सांसू बनी हुई थी वह आज बहू की भूमिका कैसे अदा करे, यही सवाल है। शिवसेना पिटने के बावजूद अपनी पुरानी अकड़ पर […]

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