प्रवीन गुगनानी सम्पूर्ण भारत में दादरी की धूम है. नेता दादरी के पहाड़े पढ़ रहें हैं तो उनके चमचे दादरी की गिनती को अनगिनत तक गिनें जा रहे हैं. धर्मनिरपेक्षता की मोक्ष भूमि बन गया है दादरी. दु:ख तो सभी को है, सम्पूर्ण भारत को है. अंतत: हमारें संस्कार और हमारा देश सर्वे भवन्तु सुखिन: […]