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मुद्दा

कश्मीर समस्या, प्रजातंत्र, जिहाद और नेहरू

‘जब हम हाथ में पत्थर या बंदूक उठाते हैं तो इसलिए नहीं कि हम कश्मीर के लिए ऐसा कर रहे हैं। हमारा एक ही मकसद होना चाहिए कि हम इस्लाम के लिए लड़ रहे हैं, ताकि हम शरीआ को बहाल कर सकें।’ तो दोस्तों कश्मीर घाटी में अमन-शांति खोजने से पहले इस कड़वे सच को […]

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