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देश बनाने के लिये चाहिये क्रांतिकारी युवा

सुरेश चिपलुनकर देश, जितना व्यापक शब्द है, उससे भी अधिक व्यापक है यह सवाल कि देश कौन बनाता है ? नेता, सरकारी कर्मचारी, शिक्षक, मजदूर, वरिष्ठ नागरिक, साधारण नागरिक…. आखिर कौन ? शायद ये सब मिलकर देश बनाते होंगे… लेकिन फ़िर भी एक और प्रश्न है कि इनमें से सर्वाधिक भागीदारी किसकी ? तब तत्काल […]

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