Categories
राजनीति

पैरोडी बनता बिहार चुनाव

विडंबना है कि बिहार के चुनावों को पैरोडी में तबदील कर दिया गया है। पैरोडी के मायने हैं-किसी बात को तोड़-मरोड़ कर, नई तुकबंदी के साथ कहना। बेशक प्रधानमंत्री मोदी हों या नीतीश कुमार-लालू यादव, वे पुख्ता मुद्दों और भावी विकास के ब्लू प्रिंट पेश करने के बजाय पैरोडियां बनाने में व्यस्त हैं। प्रधानमंत्री मोदी […]

Categories
राजनीति

बिहार के चुनाव की आहट

देवेन्द्र सिंह आर्य ज्यों-ज्यों बिहार के चुनाव नजदीक आ रहे हैं, त्यों-त्यों नेताओं को अपनी औकात की जानकारी होती जा रही है। कभी नाज नखरों से मोदी की छाया से भी परहेज कर एनडीए छोड़ गये, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस समय अपनी नैया मझधार में फंसती दीख रही है। अब उन्होंने पराजित मानसिकता के […]

Categories
राजनीति

चुनाव में शिकस्त खाने के बाद रौशनी में कपड़े बदलती कांग्रेस

अरविंद जयतिलक चुनाव में करारी शिकस्त खाने के बाद हार पर मंथन के लिए आहुत कार्यसमिति की बैठक में जिस तरह सदस्यों ने प्रस्ताव पारित कर हार की सामूहिक जिम्मेदारी का प्रहसन किया उससे यही प्रतीत होता है कि उनका मकसद हार पर मंथन करना नहीं, बल्कि हार का ठीकरा सोनिया-राहुल के सिर न फुटे […]

Categories
राजनीति

चुनाव नजदीक आते ही पार्टी से जुड़ना और छोड़ना शुरू

राकेश दत्त मिश्र फैजाबाद। बीकापुर के विधायक जितेंद्र कुमार सिंह ‘बब्लू’ के पार्टी छोड़ते ही बसपा नए सिरे से अपना कुनबा सहेजने में जुट गई है। पार्टी ने बब्लू सिंह के विरोधी माने जाने वाले अशोक सिंह को न सिर्फ पार्टी में वापस ले लिया है, बल्कि उन्हें क्षत्रिय भाईचारा बनाओं कमेटी का जोन कोआर्डिनेटर […]

Exit mobile version