— डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री जब १९४७ में देश का विभाजन हुआ तो उसकी सबसे ज़्यादा मार पंजाब को ही सहनी पड़ी थी । लंदन सरकार ने जिस भारत स्वतंत्रता अधिनियम के आधार पर देश का विभाजन किया था […]
— डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री जब १९४७ में देश का विभाजन हुआ तो उसकी सबसे ज़्यादा मार पंजाब को ही सहनी पड़ी थी । लंदन सरकार ने जिस भारत स्वतंत्रता अधिनियम के आधार पर देश का विभाजन किया था […]