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ऐसा हो गणतंत्र हमारा

खुशियों से हो भरा राष्ट्र यह, गुंजित हो ‘जयहिंद’ सुनारा। बढ़ें सुपथ पर, मिलकर सारे राष्ट्र बने प्राणों से प्यारा। ऐसा हो गणतंत्र हमारा॥ देशभक्ति की धार सुपावन, जन-मन में हो पुनः प्रवाहित। युवक हमारे निकलें, निर्भय, प्राण हथेली पर लें, परहित। आतंकों के, उग्रवाद के हामी सारे करें किनारा। ऐसा हो गणतंत्र हमारा॥ भीष्म-भीम […]

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