ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे अगर शुद्ध भारतीय साहित्य की रचना की चर्चा करें तो एक मध्यकालीन रचनाकार, कवि और आध्यात्मिक विवेचनकर्ता की चर्चा आवश्यक हो जाती है, जिनका नाम है तुलसीदास। संस्कृत में लिखी वाल्मीकि रामायण को किसी विद्वान के विश्लेषण के बगैर समझ पाना कठिन था, लेकिन जब अवधी भाषा में तुलसी ने रामचरितमानस […]
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