सम्राट चंद्रगुप्त ने एक दिन अपने प्रतिभाशाली मंत्री चाणक्य से एक दिन कहा- “कितना अच्छा होता कि तुम अगर सुंदर भी होते।“ चाणक्य ने कुशलता पूर्वक उत्तर दिया, “महाराज रूप तो मृगतृष्णा है। आदमी की पहचान तो गुण और बुद्धि से ही होती है, रूप से नहीं।“ “क्या कोई ऐसा उदाहरण है जहाँ गुण के […]
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(29 जुलाई 2014 के लिए) समय मिलता नहीं, चुराना सीखें आम तौर पर यह जुमला मशहूर है कि समय नहीं मिलता। किसी काम वाले से पूछें या महान से महान निकम्मे से, सारे के सारे एक वाक्य तकरीबन रोजाना और कितनी ही बार कहते रहे हैं कि समय नहीं मिलता, क्या करें। आदमी को अपने […]
संतोषी स्वभाव अपनाएँ सत्य और ईमान पर चलने वाले – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com निरन्तर प्रतिस्पर्धा और फैशन के अंधानुकरण, भौतिकवादी सोच और दिखावों के चलन के साथ विकास की चकाचौंध में रमते जा रहे मौजूदा युग में सत्य, ईमान और धर्म का अवलंबन करते हुए जीवन विकास के क्रम को बनाये रखना मुश्किल […]