बंदा बैरागी ने इतिहास को करवट दिला दी वीर सावरकर ने लिखा है-”सत्रहवीं शती के प्रारंभ से अर्थात प्राय: शिवाजी के जन्म से ही हिंदू मुसलमानों के संघर्ष में रणदेवता के निर्णय में एक आश्चर्यजनक परिवर्तन देखा जाने लगा। पहले जहां हिंदू मुस्लिम संघर्ष में अंतिम पराजय हिंदुओं की हुआ करती थी, वहीं अब ठीक […]