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महत्वपूर्ण लेख

श्रम करने वालों का मित्र बनता है भगवान

अशोक प्रवृद्धअर्थ अर्थात धन की महता से कौन परिचित नहीं है । अर्थ जीवन की मूलभूत आवश्यकता है, और मनुष्यों के लिए धन का अभाव असह्य है। यद्यपि मानव जीवन का लक्ष्य निरन्तर उन्नति के पथ पर आरूढ़ होना है, और उसकी प्राप्ति का साधन ऐसा प्रयोगात्मक ज्ञान है, जिस पर चलकर मनुष्य मोक्ष तक […]

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आओ कुछ जाने

कलयुग के यह स्वयंभू भगवान

निर्मल रानी भारतवर्ष को पूरे विश्व में विभिन्न प्रकार के धर्मों,आस्थाओं,नाना प्रकार के विश्वास तथा अध्यात्मवाद के लिए जाना जाता है। इस देश की धरती ने जितने महान संत,फक़़ीर तथा अध्यात्मिक गुरू पैदा किए उतने संभवत: किसी अन्य देश में नहीं हुए। यही वजह है कि भारतवर्ष को राम-रहीम,बुद्ध और नानक की धरती के रूप […]

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साक्षात्‍कार

चांदमियां से बना ‘सांईबाबा’ हमारा भगवान नही हो सकता

आचार्य अजय गौतम वह नाम है जो सांई विरोधी आंदोलन की एक मजबूत कड़ी के रूप में अपना नाम स्थापित कर चुके हैं। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 160 किलोमीटर दूर कबर्धा में सांई विरोध में एक  धर्म संसद का आयोजन किया गया। जिसमें श्री गौतम ने बढ़ चढक़र भाग लिया। उन्होंने […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

हे भगवान ! तुम्ही दो कमा कर

धर्म, कर्मकाण्ड, भक्ति और सेवा-पूजा के नाम पर हमने भगवान के पैसों को भी नहीं छोड़ा है। हम कैसे भक्त हैं जो अपनी कमायी का एक धेला भी खर्च करना नहीं चाहते हैं और भक्त कहलाने का लोभ भी संवरण नहीं कर पाते हैं। भक्ति और धर्म के नाम पर हम साल भर में जो-जो […]

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