अंजू शर्मा बेमौसम बरसात का असर हैया आँधी के थपेड़ों की दहशतउसकी उदासी के मंजर दिल कचोटते हैंमेरे घर के सामने का वह पेड़जिसकी उम्र और इस देश के संविधान कीउम्र में कोई फर्क नहीं हैआज खौफजदा है मायूसी से देखता है लगातारझड़ते पत्तों कोछाँट दी गई उन बाँहों को जो एक पड़ोसीकी बालकनी में […]