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व्यक्तित्व

देश के अप्रतिम नेता अटल बिहारी वाजपेयी की विरासत का जश्न

25 दिसम्बर, 2024 का सुशासन दिवस विशेष महत्त्व रखता है क्योंकि यह अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती है। इस मील के पत्थर को मनाने के लिए, प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग ने 19 से 24 दिसम्बर, 2024 तक चलने वाले ‘प्रशासन गाँव की ओर’ नामक एक सप्ताह के अभियान की घोषणा की है। […]

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बिखरे मोती

जो प्रभु के अभिमुख रहे, छूटता जा संसार

जो प्रभु के अभिमुख रहे, छूटता जा संसार। जैसे रवि के सामने, नहीं टिकै अन्ध‌कार ॥2740॥ भावार्थ :- मेरे प्रिय पाठकगण इसे एक दृष्टान्त से समझे । जिस प्रकार सूर्य जब पीठ पीछे होता है, तो व्यक्ति अथवा की छाया आगे-आगे होती है, जो कामी-कभी बाधा भी बन जाती है किन्तु व्यक्ति सूर्य के अभिमुख […]

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भारत के 1235 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास

उत्तरकालीन पेशवा

भारत के 1235 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास …. (हिन्दवी स्वराज के संस्थापक शिवाजी और उनके उत्तराधिकारी पुस्तक से .. अध्याय-14) पेशवा नारायणराव माधवराव प्रथम के पश्चात मराठा साम्राज्य दुर्बल होने लगा, क्योंकि उसके पश्चात इस साम्राज्य की संरक्षा व सुरक्षा के लिए कोई मजबूत इच्छाशक्ति वाला पेशवा इस साम्राज्य को नहीं मिला। माधवराव की […]

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व्यक्तित्व

कथाकार एवं निबंधकार यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

प्रसिद्ध हिन्दी कथाकार एवं निबंधकार यशपाल का जन्म 3 दिसम्बर 1903 को फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। उनके पूर्वज हिमाचल के भूम्पल गांव, हमीरपुर के रहने वाले थे। दादा गरदुराम विभिन्न स्थानों पर व्यापार करते थे और भोरंज तहसील के टिक्कर भारिया और खरवरिया के निवासी थे। पिता हीरालाल एक दुकानदार और तहसील क्लर्क थे। […]

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धर्म-अध्यात्म

योग दर्शन पर व्याख्यान/ प्रवचन

योग दर्शन से आप सभी लोग परीचित हैं इसको जितना पढ़े उतना भी हमें लगता है कि हम बहुत कम जानते हैं और जीवन को सुंदर बनाने के लिए योग से बढ़कर और कोई दूसरा मार्ग हमारे पास नहीं है, विकल्प नहीं है । मनुष्य अपने जीवन को सुंदर बनाना चाहे तो योग मार्ग पर […]

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आओ कुछ जाने संपादकीय

बड़ा दिन अर्थात भीष्म पितामह का निर्वाण पर

महाभारत का युद्घ संसार का प्राचीन काल का विश्व युद्घ था। इस युद्घ को कुछ लोगों ने भारतीय इतिहास को अंधकारमयी सिद्घ करने के लिए काल्पनिक करार दिया। लेकिन वैज्ञानिक शोधों से अब प्रमाणित हो चुका है कि महाभारत का युद्घ हुआ था। अब प्रश्न ये आता है कि यह युद्घ हुआ कब? सचमुच जानने […]

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आर्य समाज हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

महान आर्य संन्यासी स्वामी श्रद्धानन्द

वैदिक धर्म एवं संस्कृति के उन्नयन में स्वामी श्रद्धानन्द जी का महान योगदान है। उन्होंने अपना सारा जीवन इस कार्य के लिए समर्पित किया था। वैदिक धर्म के सभी सिद्धान्तों को उन्होंने अपने जीवन में धारण किया था। देश भक्ति से सराबोर वह विश्व की प्रथम धर्म-संस्कृति के मूल आधार ईश्वरीय ज्ञान ‘‘वेद” के अद्वितीय […]

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आओ कुछ जाने इतिहास के पन्नों से

समाज को किसने तोड़ा ?

इतिहास की पड़ताल पुस्तक से (अध्याय-15) 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत सपा ब्राह्मणों को लुभाने का हर संभव प्रयास कर रही थी। इसी के चलते सपा समर्थक एक पूर्व आईएएस और इतिहासकार ने एक पोस्ट लिखी थी कि ब्राह्मणों ने समाज को तोड़ा नहीं बल्कि जोड़ा है। इसे पढ़कर कई लोगों को […]

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आओ कुछ जाने इतिहास के पन्नों से

भीष्म पितामह और क्रिसमस डे की वास्तविकता

क्या आप भी बोलते हैं हैप्पी क्रिसमस डे? क्या आप भी देते हैं बड़े दिन की बधाइयां? यदि हां तो जानिए इसकी वास्तविकता बड़ा दिन या बढ़ा दिन! क्या है इसका इतिहास? क्या यह जीसस से जुड़ा हुआ है? क्या यह santa-claus से जुड़ा हुआ है। क्या यह भीष्म पितामह से संबंध रखता है? महाभारत […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

महर्षि दयानन्द को राष्ट्र कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर की भाव-भरित श्रद्धांजलि

महर्षि दयानन्द ने वेद प्रचार की अपनी यात्राओं में बंगाल वा कोलकत्ता को भी सम्मिलित किया था। वह राष्ट्र कवि श्री रवीन्द्रनाथ टैगोर के पिता श्री देवेन्द्रनाथ टैगोर व उनके परिवार से उनके निवास पर मिले थे। आपका जन्म कोलकत्ता में 7 मई सन् 1861 को हुआ तथा मृत्यु भी कोलकत्ता में ही 7 अगस्त […]

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