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कविता

वही देश के रक्षक बनते

राष्ट्र की धड़कन बन जा प्यारे, जीवन सफल बनाना है। गीत देश के गाता चल तू, भारत भव्य बनाना है।। शब्दों के वाक जाल में फंसकर, जिनकी कविता फूटा करती। कभी नहीं लेखनी उनकी, नेतृत्व राष्ट्र का कर सकती।। जिनके भावों में निर्भयता, और ठेठ निडरता वास करे। वही देश के रक्षक बनते, गुणगान सदा […]

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आर्थिकी/व्यापार

कनाडा एवं अमेरिका से भारत में रिवर्स ब्रेन ड्रेन की सम्भावना बढ़ रही है

वैश्विक स्तर पर लगातार कुछ इस प्रकार की परिस्थितियां निर्मित होती दिखाई दे रही हैं, जिससे विशेष रूप से कनाडा एवं अमेरिका से भारत की ओर रिवर्स ब्रेन ड्रेन की सम्भावना बढ़ती जा रही है। कनाडा में खालिस्तानियों द्वारा चलाए जा रहे भारत विरोधी आंदोलन के चलते वहां निवासरत भारतीयों एवं मंदिरों पर लगातार हमले […]

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आज का चिंतन

ओ३म् “सर्गारम्भ से वेद बिना भेदभाव मनुष्यों की अविद्या दूर कर रहे हैं”

============= हमारी यह सृष्टि सर्वव्यापक, सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, सच्चिदानन्दस्वरूप, अनादि व नित्य परमात्मा से बनी है। ईश्वर, जीव तथा प्रकृति तीन अनादि व नित्य सत्तायें हैं। सृष्टि प्रवाह से अनादि है। इसमें सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति तथा प्रलय का क्रम अनादि काल से चला आ रहा है और अनन्त काल तक चलता रहा है। सभी अनन्त […]

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आज का चिंतन

ओ३म् “ब्रह्मचर्य ईश्वर में विचरण, संयम और कर्तव्यों का पालन करना है”

============ वेद एवं वैदिक साहित्य में ब्रह्मचर्य की चर्चा मिलती है। प्राचीन काल में मनुष्य जीवन को चार आश्रमों में बांटा गया था। प्रथम आश्रम ब्रह्मचर्य आश्रम कहलाता था। इसके बाद गृहस्थ आश्रम का स्थान था। ब्रह्मचर्य आश्रम जन्म से 25 वर्ष की आयु तक मुख्य रूप से माना जाता है परन्तु ब्रह्मचर्य का पालन […]

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धर्म-अध्यात्म

ईश्वर की सत्ता तर्क और निष्कर्ष

* वेद ईश्वर की सत्ता में विश्वास रखते हुए आस्तिकता का प्रचार करता है । परन्तु संसार में कुछ नास्तिक लोग हैं जो ईश्वर की सत्ता को स्वीकार नहीं करते । “न तं विदाथ य इमा, जजानाऽन्यद्युष्माकमन्तरं बभूव । नीहारेण प्रावृता जल्प्या चाऽसुतृप उक्थशासश्चयन्ति ।।” (ऋ० १०/८२/७) तुम उसको नहीं जानते जो इन सबको उत्पन्न […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

चौधरी छोटूराम एवं शुद्धि आन्दोलन

#जयंती_दिवस 24 नवम्बर पर विशेष:- दीनबंधु चौधरी छोटूराम जैसा किसान हितैषी आज तक नहीं हुआ। चौधरी साहब ने अपना जीवन किसानों के हित के लिए जिया। किसान चाहे किसी भी मजहब या जाति का रहा हो, उनके लिए वह अपना था। उन्होंने अपने प्रेरणास्रोत ऋषि दयानंद के वाक्य ‘किसान राजाओं का राजा होता है।’ को […]

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धर्म-अध्यात्म

ध्यान का प्रपंच और भोली भाली जनता

डॉ डी के गर्ग भाग 7 विशेष=ये लेख माला जो कि पांच भागो में है,वैदिक विद्वानों के लेख और विचारों पर आधारित है।जनहित में आपके सम्मुख प्रस्तुत है,कृपया शेयर करे। अभी तक आपने योग के सात अंगों के विषय में जाना, इनमें महारत होने के बाद ही साधक समाधि की स्थिति में पहुंच सकता है। […]

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इतिहास के पन्नों से

डॉ. अंबेडकर का संस्कृत प्रेम

इतिहास की पड़ताल पुस्तक से डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भारतीय स्वाधीनता संग्राम के एक ऐसे नेता रहे हैं, जिन्होंने अपनी प्रतिभा और योग्यता के बल पर अपना विशेष सम्मानपूर्ण स्थान प्राप्त किया। वह भारतीय संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे और प्रारूप समिति के अध्यक्ष के नाते उन्होंने संविधान में वही लिखा जो उनसे संविधान […]

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धर्म-अध्यात्म

यमदूत कौन? भ्रांति निवारण

Dr DK Garg यमदूत यानि यमराज की कल्पना किसी के लिए भी डरावनी हो सकती है।क्रोधवश किसी को भी यमदूत कहते हुए अपने सुना होगा ।खासतौर पर अत्याचार करने वाले के लिए यमदूत शब्द का प्रयोग किया जाता है।यमदूत का नाम सुनकर एक ऐसे व्यक्ति की छवि सामने आती है जो काफी मोटा ,काला , […]

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इसलाम और शाकाहार

मुहम्मद की दर्दनाक मौत का कारण !

आज तक लोग यही बात मानते आये हैं ,कि मुहम्मद साहब अपनी आयु पूरी करके कुदरती मौत से मरे थे . लेकिन इस्लामी इतिहास की किताबों और हदीसों का गहन अध्ययन करने के बाद और कुरान को पढ़ने बाद यह बात सिद्ध होती है कि खुद अल्लाह ने मुहम्मद साहब के गले की मुख्य धमनी […]

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