सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” एवीके न्यूज सर्विस बढ़ते हुए प्रदूषण की वजह से नदियों का जल दुषित प्रदूषित होता जा रहा है एक पुरानी कहावत है की “नदियां सब कुछ बदल सकती हैं”! गत वर्ष के नदी दिवस का थीम इसी वाक्य को लेकर रखा गया था। भारत नदियों की धरती है। भारत और बांग्लादेश […]
महीना: सितम्बर 2024
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जर्मी पोवेल ने दिनांक 19 सितम्बर 2024 को यूएस फेड दर में 50 आधार बिंदुओं की कमी करने की घोषणा करते हुए यूएस फेड दर को 5.5 प्रतिशत से घटाकर कर 5 प्रतिशत कर दिया है। 4 वर्ष पूर्व पूरे विश्व में फैली कोविड महामारी के खंडकाल के पश्चात मुद्रा […]
वास्तव में मुसलमान क्या मानते हैं ,या किस किताब को प्रमाणिक मानते है ,इसके बारे में एक बंगलादेशी मुस्लिम विद्वान् “अबुल कासिम “ने यह कहा है कि”मुसलमान केवल यही बात मानते हैं कि ,वह कुछ नहीं मानते “,सिवाय अपने मतलब के “वह कुरान कि अहि आयतों और हदीसों को मानते हैं ,जो वक्त पर उनके […]
लेखक- डॉ० शिवपूजनसिंहजी कुशवाहा “वैदिक गवेषक” प्रस्तोता- प्रियांशु सेठ जब भारतवर्ष पराधीन था और अंग्रेजों का प्रभुत्व था तब उन्होंने हमारी भाषा, वेष, इतिहास, संस्कृति सब का विनाश करने का प्रयत्न किया था। उन्होंने इतिहास में लिखवाया कि आर्य लोग भारत वर्ष के मूल निवासी नहीं वरन् बाहर से आए थे। यहां के आदि वासी […]
सुभाष चन्द्र 12 जुलाई को जब संजीव खन्ना/दीपांकर दत्ता ने केजरीवाल को जमानत दी थी तो जो शर्ते तब लगाई थी वो आज CBI के केस में भी लगी है। दिल्ली सरकार का काम तब भी ठप था और अब दूसरी जमानत मिलने और जेल से बाहर आने के बाद भी ठप ही रहता। फिर […]
सुनीता जोशी गरुड़, बागेश्वर उत्तराखंड आंगनबाड़ी केंद्र एक महत्वपूर्ण सरकारी पहल है जो शिशुओं और बच्चों को सही विकास के लिए संबंधित सुविधाएं प्रदान करता है. इसकी शुरुआत का मुख्य उद्देश्य पूर्व प्राथमिक शिक्षा यानी 3 से 6 साल की आयु के दौरान बच्चों को खेल खेल में शिक्षा प्रदान कर भविष्य में उनके सीखने […]
डॉ राकेश कुमार आर्य **म** हाभारत के संबंध में ऐसी अनेकों भ्रांतियाँ हैं जो मूल महाभारत में किसी और प्रकार से वर्णित की गई हैं और समाज में किसी और प्रकार से उनके बारे में भ्रांतियाँ पैदा कर ली गई हैं। अभिमन्यु के बारे में भी कई प्रकार की भ्रांतियाँ हैं – जैसे चक्रव्यूह तोड़ने […]
भक्ति की धारा बहे, चाव-भाव के बीच। ध्यान लगा हरि-ओ३म् -से, आँखों को ले मींच ॥2715॥ प्रत्येक जीवात्मा के साथ जिनका अनन्य सम्बन्ध है- मन ज्ञानेन्द्री जीव , ऐसे है सम्बन्ध । जैसे वायु के संग में, बहती रहती गन्द॥2716॥ तत्त्वार्थ:– भाव यह है कि परम पिता परमात्मा प्रत्येक जीवात्मा को मन अथवा चित्त श्रोत्र, […]
(यह लेख माला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की पुस्तक वैदिक सम्पत्ति नामक से अपने सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।) प्रस्तुति -देवेंद्र सिंह आर्य चैयरमेन- ‘उगता भारत’ गतांक से आगे …. बृहदारण्यक उपनिषद् में लिखा है कि ‘तेन धीरा अपि यन्ति ब्रह्मविदः स्वर्गलोकमित ऊष्य विमुक्ताः’ अर्थात् ब्रह्मज्ञानी पुरुष मुक्त होकर ऊपर की […]
-डॉ. मयंक चतुर्वेदी असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के ‘मियां मुस्लिम’ संबंधी बयान पर इन दिनों एक विशेष वर्ग की ओर से जमकर राजनीति हो रही है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद एवं वे तमाम संगठन इस वर्ग विशेष के अगुआ हैं जोकि मुस्लिम हितों की गारंटी ही नहीं लेते बल्कि सरकार एवं अन्य समाजों के बीच […]