सुनील सैनी जयपुर, राजस्थान पूरे राजस्थान में मानसून लगभग सक्रिय हो चुका है. अब तक 190 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. हालांकि यह सामान्य से दो एमएम कम है. लेकिन गर्मी के कारण सूख चुके राज्य के कई जलाशय अब तक लबालब भर चुके हैं. जो न केवल कृषि के लिए फायदेमंद साबित होता है बल्कि […]
Month: August 2024
आसक्ति-अहंकार को, जिसने लिया जीत । उद्वेगों से दूर मन, हो गया त्रिगुणातीत॥2708॥ तत्त्वार्थ :- यह दृश्यमान प्रकृति परम पिता परमात्मा की सुन्दरतम रचना है। ‘प्र’ से अभिप्राय प्रमुख, विशिष्ट अर्थात् सुन्दरतम और कृति से अभिप्राय है रचना यानि कि परम पिता परमात्मा की सुन्दर रचना,यदि आप प्रकृति तात्विक विवेचन करेंगे तो पायेंगे यह […]
(मनोज कुमार अग्रवाल -विभूति फीचर्स) भारतीय प्रशासनिक सेवा में चुन कर आईएएस ,आईपीएस बनकर देश को चलाने वाले सिस्टम का अंग बनने का सपना संजोकर अपने घर परिवार शहर से सैकड़ों हजारों किलोमीटर दूर कोचिंग करने आए तीन युवाओं को कोचिंग संस्थानों की अधिकाधिक कमाई करने और प्रशासन की घातक लापरवाही के कारण असमय अपनी […]
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका का निर्वाह करते राहुल गांधी लगता है अब पप्पू नहीं रहे हैं, बल्कि वह इससे आगे बढ़कर एक नए स्वरूप में दिखाई दे रहे हैं। वह जिस रूप में दिखाई दे रहे हैं, उसमें उनका नौसिखियापन कहीं नहीं झलकता। यद्यपि कई लोग उनके बोलने को अभी भी उनका नौसिखियापन […]
*कान कटा गधा*
(Without prejudice to any one’s feelings) एक बार की बात है शेर को भूख लगी तो उसने लोमड़ी से कहा – मेरे लिए कोई शिकार ढूंढकर लाओ अन्यथा मैं तुम्हें ही खा जाऊँगा… लोमड़ी एक गधे के पास गई और बोली – मेरे साथ शेर के समीप चलो क्योंकि वो तुम्हें जंगल का राजा बनाना […]
प्रियांशु सेठ जैसे मनुष्य-शरीर में आत्मा काम करता है,इसी प्रकार सारे जगत् को परमात्मा चलाता है। यदि सूर्य को किसी तरह बोलने की शक्ति मिल जाये,तो उसे कहता सुनेंगे– “हे धरती पर विचरनेवालो! मुझे जाज्वल्यमान और चमकता हुआ देखकर भ्रम में न उलझ जाना।यह चमक मेरी नहीं है,उसकी है जो मेरे भीतर-बाहर विराजमान है।मेरी चमक […]
#डॉविवेकआर्य प्रधानमन्त्री मोदी जी गुरु तेग बहादुर जी के 400 वे प्रकाश पर्व को बनाने का निर्णय लिया है। गुरूजी के बलिदान की महिमा को शब्दों में वर्णित करना असम्भव है। इस्लामिक कट्टरवाद के कारण आलमगीर का ओहदा जिसके नाम के साथ लगा था, जिसने अपने सगे भाइयों को सत्ता के लिए मरवा दिया […]
सन् १६५९ में शिवाजी महाराज ने अपने एक साथी नेतोजी पालकर को सरनौबत (मराठी घुड़सवार सेना के नायक) के रूप में नियुक्त किया। तब तक शिवाजी महाराज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते हुए नेतोजी के कर्तृत्व व पराक्रम की ख्याति दूर-दूर तक फैल गई थी और न केवल भारतीय बल्कि यूरोपीय लेखकों […]
बिना मांगे दूसरों को सलाह ना दें
आजकल यह देखा जाता है, कि लोग एक दूसरे को सुझाव या सलाह देने को तैयार रहते हैं। “उन्हें चाहे उस विषय का ज्ञान हो, या न हो, चाहे उन्हें सुझाव देने का अधिकार हो, या न हो, फिर भी सुझाव देने के लिए बहुत उत्सुक रहते हैं। दिन भर दूसरों को सलाह देते ही […]
============ परमात्मा ने मनुष्य को सबसे मूल्यवान् वस्तु उसके शरीर में बुद्धि के रूप में दी है। बुद्धि से हम ज्ञान को प्राप्त कर उसके अनुसार आचरण करते है। जिस मनुष्य की बुद्धि जितनी विकसित व शुद्ध होती है, वह उतना ही अधिक ज्ञानी कहा जाता है। सत्य ज्ञान के अनुरूप आचरण करना ही मनुष्य […]