* विदिशा। श्री कायस्थ सभा द्वारा कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर सुप्रसिद्ध लेखिका श्रीमती अंजनी सक्सेना को कायस्थ गौरव मुंशी प्रेमचंद सम्मान से सम्मानित किया गया। श्रीमती सक्सेना सुलतानपुर किरण एवं ऋषि मीमांसा की नियमित लेखिका एवं देश की सुप्रसिद्ध फीचर एजेंसी विभूति फीचर्स की संपादक तथा संचालक है। […]
Month: August 2024
कावड़ यात्रा का ऐतिहासिक विवेचन
आचार्य डॉ राधेश्याम द्विवेदी कांवड़ यात्रा सावन का विशेष आयोजन सावन माह में शिव भक्त गंगा या अन्य किसी पवित्र नदी जलाशय के तट पर कलश में गंगाजल भरते हैं और उसको कांवड़ पर बांध कर कंधों पर लटका कर अपने अपने इलाके के शिवालय में लाते हैं और शिवलिंग पर अर्पित करते हैं। धार्मिक […]
(मनोज कुमार अग्रवाल -विनायक फीचर्स) हिमाचल के शिमला, कुल्लू ,किन्नौर ,उत्तराखंड के हरिद्वार, देहरादून ,चमोली में बादल फटने की घटनाओं में करीब 25 से अधिक लोगों की मौत हो गई है जबकि एक सौ लोग लापता हैं वहीं केरल के वायनाड जिले में बीते 30 जुलाई मंगलवार को मेप्पाडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में […]
मैं भी काफिर तू भी काफिर,
पाकिस्तान के एक मशहूर शायर सलमान हैदर की एक कविता ‘मैं भी काफिर, तू भी काफिर’ इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। पाकिस्तान में इस कविता पर विवाद भी हो रहा है आप भी पढ़िए और सोचिए: ‘मैं भी काफिर तू भी काफिर, मैं भी काफिर, तू भी काफिर फूलों की खुशबू भी […]
दम तोड़ती प्रतिभाएं और कारण*
(आर. सूर्य कुमारी – विभूति फीचर्स) आजकल गरीब हो या धनवान- हर माता-पिता चाहने लगे हैं कि उनका बच्चा पढ़-लिखकर कुछ बन जाए, इज्जत से जी ले और इसी मिशन को पूरा करने के लिए वे दिन-रात, सुबह-शाम एक करके पैसा जोड़ते हैं। इतना होने के बावजूद इतना सही है कि लगभग 37-40 प्रतिशत बच्चे […]
” वेदमाता गुरु गम्भीर मन्त्र श्रृंखाओं के साथ-साथ यदाकदा हल्की-फुल्की फुहारें भी छोड़ देती हैं, जिसे सुनकर मन हास्य विनोद में लोटपोट हो ही जाता है, किन्तु उसका अर्थ हितोपदेश से भरपूर होता है। अथर्ववेद काण्ड-११, सूक्त-३, मन्त्र संख्या-३ पर दृष्टिपात कीजिये। “चक्षुर्मुसल काम उलूखलम्” अर्थात् आंखें मूसल हैं तो कामनाएं ओखली है। काव्यतीर्थ पं० […]
मेवाड़ के दो कोहिनूर गोरा और बादल
चितौड़गढ़ के पहले #जौहर की वीरांगनाओं को याद करने के साथ साथ हमें #मेवाड़ के 2 कोहीनूर ( #गोरा – #बादल) को भी याद करना चाहिए। ये वही महावीर योद्धा थे, जिन्होंने दिल्ली जाकर, ख़िलजी की हलक से रावल रत्न सिंह को आजाद किया था…इन्ही दो परमवीरो के ऊपर ,उस इतिहास को दर्शाती कुछ लाइनें […]
माल्यवान रावण का नाना था। वह बहुत बुद्धिमान था । माल्यवान जानते थे कि रावण ने जो कुछ भी किया है ,रामचंद्र जी उसका दंड उसे अवश्य देंगे। वह यह भी जानते थे कि यदि उस दंड को अकेला रावण भोग ले तो कोई बात नहीं। पर इस समय रावण के साथ-साथ उसके राज्य की […]
============= ऋषि दयानन्द ने सच्चे शिव वा ईश्वर को जानने के लिए अपने पितृ गृह का त्याग किया था। इसके बाद वह धर्म ज्ञानियों व योगियों की तलाश कर उनसे ईश्वर के सत्यस्वरूप व उसकी प्राप्ति के उपाय जानने में तत्पर हुए थे। देश के अनेक स्थानों पर वह इस उद्देश्य की पूर्ति में गये […]
आंखों देखी/कानों सुनी ✍️मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री आजकल हम लखनऊ में हैं, यहां अभी दो दिन पहले काफ़ी तेज वर्षा हुई जिसका अनुचित लाभ उठाते हुए, गुंडावादी विचारधारा के कुछ शोहदों ने एक शरीफ़ और इज्ज़तदार युवती के साथ अभद्रता की थी। दरअसल, अभी हाल ही में लोकसभा चुनाव हुए हैं, जिसमें गुंडावादी विचारधारा ने “स्वघोषित […]