संध्या शब्द ‘सम्’ उपसर्गपूर्वक ‘ध्यै चिन्तायाम्’ धातु से निष्पन्न होने से इसका अर्थ है- सम्यक् रूप से चिन्तन, मनन, ध्यान, विचार करना आदि। संध्या को परिभाषित करते हुए ऋषि दयानन्द पञ्चमहायज्ञ-विधि में लिखतेहैं- ‘सन्ध्यायन्ति सन्ध्यायते वा परब्रह्म यस्यां सा सन्ध्या’ अर्थात् जिसमें परब्रह्म परमात्मा का अच्छी प्रकार से ध्यान किया जाता है, उसे संध्या कहते […]
Month: August 2024
अगस्त 11, 1947: आज की सुबह की शुरूआत महात्मा गांधी के कोलकाता (तब का कलकत्ता) स्थिति आश्रम से करते हैं. शहर के बाहर इलाके स्थिति महात्मा गांधी के इस आश्रम में होने वाली प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए आज अच्छी खासी भीड़ लगी थी. आज प्रार्थना सभा में महात्मा गांधी के संबोधन का विषय […]
विभीषण और हनुमान जी, लेकर हाथ मशाल । घूम रहे रणभूमि में , लाशें पड़ीं विशाल।। जामवंत भी हो गए , घायल थे गंभीर। विभीषण जी के साथ में, पहुंचे हनुमत वीर ।। जामवंत जी बहुत ही विद्वान व्यक्ति थे। वह विद्वान के साथ-साथ एक अच्छे-अच्छे चिकित्सक भी थे। उन्होंने रामचंद्र जी और लक्ष्मण जी […]
– योगेश कुमार गोयल 15 अगस्त का दिन प्रत्येक भारतवासी के लिए गौरव का दिन है क्योंकि इसी दिन भारत को अंग्रेजों की दासता से मुक्ति मिली थी। स्वतंत्रता दिवस को लेकर देश के प्रत्येक नागरिक के दिलोदिमाग में एक अलग ही जज्बा और उत्साह समाहित रहता है। हालांकि वर्षों की गुलामी के बाद गुलामी […]
रिपोर्ट रविंद्र आर्य ढाका: बांग्लादेश की आरएबी फोर्स रक्षक और भक्षक बन गई है, वहीं संयुक्त राष्ट्र में शांति सेना बैठी हुई है। संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के तहत तैनात संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों पर कई बार मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप लगे हैं, जिनमें बलात्कार, यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। बांग्लादेश […]
आंखों देखी/कानों सुनी ✍️मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” आज हमारे देश को स्वतंत्र हुए 77 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं और हम 78 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। परन्तु यक्ष प्रश्न यह है कि क्या हम सही मायनों में स्वतंत्र हो पाए हैं? हमारा देश भले ही आज़ाद हो चुका है, परन्तु हमारी मानसिकता आज भी […]
(मनोज कुमार अग्रवाल -विभूति फीचर्स) बिहार के जहानाबाद जिले में सावन के चौथे सोमवार बड़ा हादसा हुआ है। वाणावर स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में सोमवार सुबह भगदड़ मच गई। इसमें छह महिलाओं समेत सात लोगों की मौत हो गई।सावन के चौथे सोमवार के चलते सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ […]
भविष्य की नींव है किशोरी शिक्षा
हर्षाली नीलकंठ झलके जयपुर, राजस्थान जयपुर के बाबा रामदेव नगर स्लम बस्ती की रहने वाली शारदा की 12 वर्षीय बेटी पूजा (बदला हुआ नाम) अपने तीन साल के छोटे भाई को गोद में खिला रही थी. वहीं पास में शारदा खाना बना रही थी और पूजा से कभी पानी लाने और कभी अन्य सामान लाने […]
============= मानव सन्तान को शिक्षित करने के लिए एक पाठशाला या विद्यालय की आवश्यकता होती है। बच्चा घर पर रह कर मातृ भाषा तो सीख जाता है परन्तु उस भाषा, उसकी लिपि व आगे विस्तृत ज्ञान के लिए उसे किसी पाठशाला, गुरूकुल या विद्यालय मे जाकर अध्ययन करना होता है। केवल भाषा से ही काम […]
10 अगस्त 1947 के दिन प्रतिनिधियों का विभाजन के प्रति गहरा क्रोध दस अगस्त…. रविवार की एक अलसाई हुई सुबह. सरदार वल्लभभाई पटेल के बंगले अर्थात १, औरंगजेब रोड पर काफी हलचल शुरू हो गयी है. सरदार पटेल वैसे भी सुबह जल्दी सोकर उठते हैं. उनका दिन जल्दी प्रारम्भ होता है. बंगले में रहने वाले […]