अंत अस्ति प्रारंभ… शिव प्रत्येक गंदगी का अंत करते हैं, प्रत्येक विनाश एक नए सृजन को जन्म देता है, फिर चाहे वो मानसिक हो, व्यावहारिक अथवा अन्य कोई… क्योंकि YO म्हारा संदेश नहीं, महा विचार बाबा जी द्वारा भेजा गया है, अवतार तो खैर ऐसे वातावरण में भगवान भी क्या ही लेंगे, इतनी गंदगी में, […]
Month: August 2024
वेद ईश्वर की सत्ता में विश्वास रखते हुए आस्तिकता का प्रचार करता है । परन्तु संसार में कुछ नास्तिक लोग हैं जो ईश्वर की सत्ता को स्वीकार नहीं करते । “न तं विदाथ य इमा, जजानाऽन्यद्युष्माकमन्तरं बभूव । नीहारेण प्रावृता जल्प्या चाऽसुतृप उक्थशासश्चयन्ति ।।” (ऋ० १०/८२/७) तुम उसको नहीं जानते जो इन सबको उत्पन्न करता […]
बंगलादेश की घटनाओं से चिन्तित हिन्दू पुछते हैं कि इस तरह कि अराजकता और धार्मिक हिंसा का हल क्या है हम अपना,परिवार का और देश का भविष्य सुरक्षित कैसे करें ? उनके इस प्रश्न का उत्तर :- धर्म के नाम पर अधर्म का पालन करोगे तो , धर्म की रक्षा कैसे होगी?? धर्म कहता है […]
लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ जब यह कहा जाता है कि भारत युद्ध की नहीं बुद्ध की भूमि है तो यह प्राचीन क्षात्र धर्म शौर्य परंपरा के साथ एक घिनौना मजाक है। वेदों में जितनी ऋचाएं ईश्वर देवों की स्तुतिपरक है उतनी ही ऋचाएं राजा को रणभूमि गमन संग्राम को प्रेरित करने वाली हैं। बुद्ध […]
जिन्ना ने अपने डायरेक्ट एक्शन डे के लिए कोलकाता (कलकत्ता) को चुना क्योंकि वो चाहता था कि कोलकाता पाकिस्तान में हो। कोलकाता उस समय भारत का एक प्रमुख व्यापारिक शहर था, और जिन्ना कोलकाता को खोना नहीं चाहता था! कोलकाता को हिंदू मुक्त बनाने का मिशन सुहरावर्दी को दिया गया था, जो बंगाल का मुख्यमंत्री […]
मुंबई… जुहू हवाई अड्डा टाटा एयर सर्विसेज के काउंटर पर आठ-दस महिलाएं खडी है. सभी अनुशासित हैं और उनके चेहरों पर जबरदस्त आत्मविश्वास दिखाई दे रहा है. यह सभी ‘राष्ट्र सेविका समिति’ की सेविकाएं हैं. इनकी प्रमुख संचालिका यानी लक्ष्मीबाई केलकर, अर्थात ‘मौसीजी’, कराची जाने वाली हैं. कराची में जारी अराजकता एवं अव्यवस्था के माहौल […]
एक दिन निश्चय होत है, पापी का भी अंत। बचता नहीं अभिशाप से, देता है जब संत।। धर्म विरुद्ध जो भी चले, निश्चय पापी होय। फल कठोर उसको मिले, बचा ना पावे कोय।। न्याय चक्र चलता सदा, धर्म चक्र के साथ। वंश सदा ही डूबता , किया हो जिसने पाप।। विभीषण जी से सारी जानकारी […]
(सुभाष आनंद-विनायक फीचर्स) हमारे देश में मिठाइयों के बिना किसी त्यौहार की कल्पना भी नहीं की जा सकती। त्यौहारी सीजन आते ही बाजार में मिठाइयों की मांग बढ़ जाती है और साथ ही मिलावटखोर भी अपना रंग दिखाना शुरू कर देते है।मिलावटी मिठाइयों से अनजान लोग उनके लालच की हद को समझे बिना ही मिठाइयां […]
* कल गूगल पर ढूंढ कर पढ़ा कोलकाता वाले रेप केस के बारे में। मेरे घर टीवी नहीं चलता पिछले साल डेढ़ साल से, यूँ ही बन्द करवा दिया है। सच कहूँ तो कांप उठा था पढ़ कर। आप भी पढ़ेंगे तो वही दशा होगी। इससे अधिक क्रूरता क्या ही होगी? गला काटने से होने […]
साभार: भारतीय पर्व एवं परंपरा Dr D K Garg पर्व का इतिहास और कारण: रक्षा बंधन के त्यौहार की परम्परा कब शुरू हुई, इसे मनाने की कोई भी प्रमाणिक जानकारी हमारे शास्त्रों, धर्म ग्रंथों जैसे वेद श्रीमद्भगवतगीता, पुराण, आयुर्वेद इत्यादि में नही मिलती है। वैसे उपलब्ध इतिहास से मालुम होता हैं कि ये पर्व सैकड़ों […]