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आज का चिंतन

वेद और ऋषि दयानन्द

पं० मदनमोहन विद्यासागर [जब हम ‘वेद’ को भूलकर अपने को भुला चुके थे तब ऋषिवर दयानन्द ने लुप्त ज्ञान भंडार ‘वेद’ पुनः संसार को दिया, इसके लिए मानव-जाति सदा ऋषि की ऋणी रहेगी। इस लेख के लेखक पं० मदनमोहन विद्यासागर जी ने ऋषि दयानन्द जी के मत से वेद की महत्ता का वर्णन किया है, […]

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भारतीय संस्कृति

शिव पुराण के अनुसार जलाभिषेक क्या है ?

सभी शिव भक्तों को श्रावण माह के पहले सोमवार की बहुत बहुत शुभकामनाएं, शिवपुराण’ के अनुसार भगवान शिव स्वयं ही जल हैं। सावन मास में सबसे अधिक वर्षा होती है जो शिव जी के गर्म शरीर को ठंडक प्रदान करती है। महादेव ने सावन मास की महिमा बताते हुए कहते है कि मेरे तीनों नेत्रों […]

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विविधा

मानवों में वर्ण चार ही है, फिर दलित का वर्ण कौनसा ?

जन्म लिया तो दलित,राज्य पाल से राष्ट्र पति तक दलित ही रहेंगे ? सृष्टि रचने वाले ने अपनी रचना में सबसे उत्कृष्ट, सबसे उत्तम, ज्ञान, विज्ञान का जाननेवाले, खोजने,परखने वाले,अपनी व्यवहार, आचरण से अपना जीवन ही नही,किन्तु प्राणीमात्र का कल्याण और अपने कृया कलापों से, औरों को आकृष्ट करने वाले, मानवतावादी विचारधारा से धरतीपर मात्र […]

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संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

अफगानिस्तान का हिंदू वैदिक अतीत: दिल्ली सल्तनत और अफगानिस्तान

दिल्ली सल्तनत और अफगानिस्तान भा रत के वीर पराक्रमी शासकों, सेनानायकों और सैनिकों के सैकड़ों वर्ष के प्रतिशोध के पश्चात् तुर्क इस्लामिक आक्रामक भारत की राजधानी दिल्ली तक पहुँचने में सफल हो गए। 712 ई. से लेकर 12 जून, 1206 ई. तक हमारे कितने ही वीर बलिदानियों ने अपने बलिदान दे-देकर माँ भारती की सेवा […]

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आर्थिकी/व्यापार

भारत में तेजी से हो रहा है वित्तीय समावेशन

भारतीय रिजर्व बैंक ने बैकिंग, निवेश, बीमा, डाक एवं पेन्शन क्षेत्र के हितधारकों को शामिल करते हुए वित्तीय समावेशन सूचकांक विकसित किया है। दरअसल, भारत में विभिन्न क्षेत्रों में हो रही अतुलनीय प्रगति को दर्शाने के लिए अब अपने सूचकांक विकसित करने की आवश्यकता महसूस की जाने लगी है क्योंकि वैश्विक स्तर पर वित्तीय एवं […]

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देश विदेश

रूस और ऑस्ट्रिया की यात्राओं से भारत ने भरी लंबी उड़ान

– ललित गर्ग – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस और ऑस्ट्रिया की यात्रा के निष्कर्षों के साथ-साथ इसके वैश्विक निहितार्थ भी तलाशे जा रहे हैं। इन दोनों देशों की राजकीय यात्रा अनेक दृष्टियों से नई उम्मीदों को पंख लगाने के साथ भारत को शक्तिशाली बनाने वाली होगी। दोनों देशों की यात्रा के दौरान हुए विभिन्न […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत

ओ३म् “ईश्वराधीन कर्म-फल व्यवस्था व उससे मिलने वाले सुख व दुःखों पर विचार”

=========== संसार में मनुष्य ही नहीं अपितु समस्त जड़-चेतन जगत क्रियाशील हैं। सृष्टि पंचभौतिक पदार्थों से बनी है जिसकी ईकाई सूक्ष्म परमाणु है। यह परमाणु सत्व, रज व तम गुणों का संघात है। इन्हीं परमाणुओं से अणु और अणुओं से मिलकर त्रिगुणात्मक प्रकृति व सृष्टि का अस्तित्व विद्यमान है। परमाणु में इलेक्ट्रान कण भी निरन्तर […]

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इसलाम और शाकाहार

इमाम हुसैन का भारतप्रेम !!

इसी महीने यानी 10 सितम्बर 2019 मंगलवार को मुहर्रम है ,जो मुहम्मद साहब के नवासे हजरत अली के पुत्र इमाम हुसैन की शहादत को यद् रखने के लिए शिया मुस्लिम मनाते हैं , और शोक प्रकट करते हैं , आप को याद होगा कि कुछ दिन पहले शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा था […]

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बिखरे मोती

बिखरे मोती – भाग – 433 *जरा अपने ही गिरहवान में झांक कर तो देखिए :-*

जरा अपने ही गिरहवान में झांक कर तो देखिए :- नफरत हो जायेगी तुझे, अपने ही किरदार से। अगर मैं तुमसे, तेरे ही किरदार में बात करूँ॥2705॥ प्रेम की महिमा :- जब आइना एक था, तो चेहरा भी एक था। आइना क्या टूटा, चेहरे भी जुदा-जुदा हो गए॥2706॥ कौन हैं पृथ्वी के भूषण और भार […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत

मेरे मानस के राम अध्याय 21 , हनुमान – सीता संवाद

सीता जी के साथ संवाद करते हुए हनुमान जी ने उन्हें पूर्ण विश्वास दिला दिया कि वह कोई मायावी मनुष्य नहीं हैं अपितु श्री राम जी के दूत के रूप में उनके समक्ष उपस्थित हैं। सीता जी को जब यह विश्वास हो गया कि हनुमान जी रामचंद्र जी के द्वारा ही भेजे गए हैं तो […]

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