गीता देवी गया, बिहार आशा के अनुरूप इस बार के केंद्रीय बजट 2024-25 में भी कृषि और किसानों का विशेष ध्यान रखते हुए कई नई घोषणाएं की गई तो कई मद में पैसे भी बढ़ाए गए हैं. इस बार के बजट में कृषि और इससे जुड़े सेक्टरों के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपए प्रावधान किया […]
महीना: जुलाई 2024
रामचंद्र जी ने हनुमान जी के लंका से सकुशल लौट आने और सीता जी के बारे में सारी जानकारी हनुमान जी से लेकर सर्वप्रथम उन्होंने हनुमान जी का ही अभिनंदन किया। अब उनके सामने एक ही चुनौती थी कि किस प्रकार लंका के राजा रावण का विनाश किया जाए और सीता जी को वहां से […]
लेखक :- श्री पंडित जगदेव सिंह सिद्धांति इतिहास संरक्षक :- चौधरी कबूल सिंह शोरों (मुज्जफरनगर) प्रस्तुति :- अमित सिवाहा वर्तमान सृष्टि के आरम्भ काल में ही आर्यावर्त में मानव जाति ने वास कर लिया था। समयानुसार आर्यावर्त भारत नाम से विख्यात हुआ। इस प्रकार भारतीय राष्ट्र का इतिहास अति प्राचीन है। गत करोड़ वर्षों के […]
हाल ही में लोकसभा के लिए सम्पन्न हुए चुनाव में भारतीय नागरिकों ने लगातार तीसरी बार एनडीए की अगुवाई में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को सत्ता की चाबी आगामी पांच वर्षों के लिए इस उम्मीद के साथ पुनः सौंपी है कि आगे आने वाले पांच वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा देश में आर्थिक विकास को […]
(मनोज कुमार अग्रवाल -विभूति फीचर्स) धारा 370 हटने के बाद जम्मू में कुछ समय से शांति मानी जा रही थी। यहां छुटपुट घटनाओं के अलावा कोई बड़ा आतंकी हमला नहीं हुआ था लेकिन अचानक साल 2023 में यहां आतंकी घटनाएं बढ़ गई और 43 आतंकी हमले हुए, जिनमें 16 से ज्यादा जवान शहीद हो गए […]
———————- एक अजूबा पशु सारे पशु जगत में केवल मात्र गाय ही ऐसा पशु है जिसका बछड़ा /बछडी गाय के गर्भ से बाहर निकलते ही छलांगे/फुदकने लग जाता है ( मैं इस दृश्य का स्वयं साक्षी रहा हूँ) मुझे गूजर जाति की एक महिला ने पाला है। बचपन में मैनें गाये चराई थी। हालांकि मैं […]
कमल नवाल उदयपुर, राजस्थान मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2024-25 का बजट प्रस्तुत किया, जिसमें सभी सेक्टरों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर भी खास फोकस किया गया है. मौजूदा सरकार की तीसरी पारी का यह पहला पूर्णकालिक बजट है. इसमें मनरेगा समेत रोजगार के कई क्षेत्रों में बजट […]
(हरिश्चन्द्र व्यास – विनायक फीचर्स) प्रत्येक राष्ट्र अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति में सहायता के लिए शिक्षण संस्थाओं की स्थापना करता है। इन्हीं पाठशालाओं द्वारा समुदाय की समस्याओं का समाधान और उक्त समाधानों की युक्तियां समाज को प्राप्त होती है। भारतीय समाज विशेष रूप से विद्यालयों से आशा करता है कि वे भावी नागरिकों में उच्चादर्शों […]
हमें अपना जीवन किसके लिए बनाना चाहिए? ‘पाओ और फैलाओ’ से क्या अभिप्राय है? वैदिक विवेक का अनुसरण न करने की क्या हानियाँ हैं? अस्मा इदु स्तोमं सं हिनोमि रथं न तष्टेव तत्सिनाय। गिरश्च गिर्वाहसे सुवृक्तीन्द्राय विश्वमिन्वं मेधिराय।। ऋग्वेद मन्त्र 1.61.4 (कुल मन्त्र 698) (अस्मै इत् उ) निश्चय से यह उसके लिए है (परमात्मा के […]
आर्य समाज के बारे में आज भी पौराणिक साधु संन्यासी उल्टी सीधी धारणाएं बनाने या अफवाह फैलाने का प्रयास करते रहते हैं। कारण कि ऐसा करने से उनका व्यापार फलता फूलता है।रामभद्राचार्य जी के द्वारा यह कहना कि स्वामी दयानंद जी महाराज राम, रामायण ,कृष्ण और गीता को काल्पनिक मानते थे, इसी प्रकार की काल्पनिक […]