लोगों को स्वस्थ रखने के लिए 10 बीघा में अनार का बाग लगाया अनीस आर खान नई दिल्ली anis.rahman@ourdeserts.org पर्यावरण संरक्षण और जैविक खेती आज बेहद महत्वपूर्ण हो गई है। बढ़ती आबादी और औद्योगिक क्रांति के कारण हमारा पर्यावरण काफी दबाव में है। इस दबाव को कम करने के लिए जैविक खेती एक महत्वपूर्ण कदम […]
महीना: जुलाई 2024
कविता धमेजा जयपुर, राजस्थान महिलाओं के विरुद्ध हिंसा आज भी हमारे समाज में एक गंभीर समस्या बनी हुई है. इसकी वजह से महिलाएं केवल शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी विकास में पिछड़ जाती हैं. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी 2022 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार 2021 की तुलना […]
शरीर में आत्मा मृत्यु के समय हृदय में अपनी इंद्रियों की सारी शक्तियों को लेकर वापस आ जाती है । और वहां से विदाई लेती है।विगत किस्त में हम ऐसा वर्णन पढ रहे थे। तथा आत्मा के द्वारा योनि परिवर्तन के विषय में भी पढ़ रहे थे। इसको और अधिक स्पष्ट करते हुए एक अन्य […]
** निवेदन : ये लेखमाला 20 भाग में है। इसके लिए सत्यार्थ प्रकाश एवं अन्य वैदिक विद्वानों के द्वारा लिखे गए लेखों की मदद ली गयी है। कृपया अपने विचार बताये और उत्साह वर्धन के लिए शेयर भी करें। भाग-13 Dr DK Garg जैन मत में उपवास और लम्बे समय तक भूखे रहना ही तप […]
जिस समय रामचंद्र जी को युवराज बनाने का संकल्प उनके पिता दशरथ ने लिया, उस समय भरत अपने ननिहाल में थे। कई लोगों ने इस बात पर शंका व्यक्त की है कि जिस समय भरत ननिहाल में थे ,उसी समय राजा ने रामचंद्र जी को युवराज बनाने का संकल्प क्यों लिया? क्या राजा दशरथ को […]
⚡️देवरिया। देवरिया के जिलाधिकारी द्वारा अमर्यादित व्यवहार को लेकर अधिवक्ताओं ने सोमवार को हड़ताल कर दिया। अधिवक्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर से जुलूस निकाल डीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।दक्षिणी गेट से अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए कचहरी रोड होते जिला पंचायत गेट तक प्रदर्शन करते हुए पहुंचे, वहां शिव मंदिर चौराहे पर पहुंच कर प्रदर्शन करते […]
* डॉ डी के गर्ग (शिक्षाविद् , लेखक) की कलम से -ः माँ भगवती ज्वाला जी के नाम से प्रसिद्ध मंदिर जो कि कांगड़ा नगर से 30 किलो मीटर दूर एक नदी के तट पर है। मंदिर अति प्राचीन और हिन्दुओं की 51 शक्ति पीठ में से एक है। मंदिर में कोई मूर्ति नहीं है। […]
(राकेश अचल-विभूति फीचर्स) एक लम्बे अरसे से मैंने न क्रिकेट का खेल देखा और न इसके बारे में लिखा। वैसे भी क्रिकेट के बारे में मेरा ज्ञान लगभग शून्य ही है । एक जमाना था जब जनसत्ता के सम्पादक स्वर्गीय प्रभाष जोशी ने मुझसे क्रिकेट के ग्वालियर में हुए अनेक अंतर्राष्ट्रीय मैचों का कव्हरेज जबरन […]
जीव अर्थात आत्मा जब पंचभूत और सूक्ष्म शरीर को प्राप्त करता है उस समय की जन्म लेने की स्थिति और मृत्यु के समय समस्त इंद्रियों के द्वारा जीव की विदाई की स्थिति पर दसवीं किस्त में चर्चा हो चुकी है। इससे आगे बृहदारण्यक उपनिषद का अध्ययन करते हैं। जिसके पृष्ठ संख्या 1170 पर निम्न प्रकार […]
महर्षि देव दयानन्द की बहुमुखी प्रतिभा के संदर्भ में कविता:- देव दयानन्द क्रान्तिवीर था, गुलामी की रात में प्रकाशवीर था। भारत मां आज़ाद हो, प्रति पल अधीर था। ढोंग और पाखण्ड पर, पैनी शमशीर था। देव दयानन्द *क्रान्तिवीर था … वो इन्सानी चोले में, रहवर-ए-जमीर था। वो ब्रहमज्ञानी, तत्ववेत्ता, तपस्वी और गम्भीर था। देव दयानन्द […]