इससे पूर्व की 15वीं किस्त में छांदोग्य उपनिषद में आत्मा के संबंध में क्या विवरण आता है उसकी प्रस्तुति की गई थी। पृष्ठ संख्या 835 पर बहुत ही सुंदर विवरण आता है। जीवात्मा को पुरुष क्यों कहते हैं? इसको निम्न प्रकार स्पष्ट किया गया है। ‘पुरुष’ शब्द दो शब्दों की संधि हो करके बना है। […]
Month: July 2024
मंशा गुर्जर जयपुर, राजस्थान “मेरी शादी 17 साल की उम्र में हो गई थी, फिर एक के बाद एक तीन बच्चे हो गए. अब न मेरी सेहत ठीक रहती है और न बच्चे की. परिवार नियोजन के बारे में सुना था, लेकिन पति ऐसा नहीं करने देते हैं. एक बार उन्हें बिना बताये अस्पताल भी […]
भारतीय शिक्षा का सर्वनाश
अंग्रेजों के भारत आने से पूर्व योरूप के किसी भी देश में इतना शिक्षा का प्रचार नहीं था जितना कि भारत वर्ष में था। भारत विद्या का भण्डार था। सार्वजनिक शिक्षा की दृष्टि से भारत सब देशों का शिरोमणि था। उस समय असंख्य ब्राह्मण प्राचार्य अपने – अपने कुल में शिष्यों को शिक्षा देते थे। […]
बाली वध के पश्चात सुग्रीव का राज्याभिषेक किया गया। तब श्री राम ने सुग्रीव से कह दिया कि इस समय चौमासा पूरे देश में फैल गया है। इस समय बीहड़ जंगलों में जाकर सीता जी की खोज करना संभव नहीं है । चौमासा व्यतीत होने के उपरांत सीता जी के खोज के अभियान में लगा […]
============ मनुष्य का आत्मा चेतन सत्ता वा पदार्थ है। उसका कर्तव्य ज्ञान प्राप्ति व सद्कर्मों को करना है। ज्ञान ईश्वर व आत्मा संबंधी तथा संसार विषयक दो प्रकार का होता है। ईश्वर भी चेतन आत्मा की तरह से एक चेतन पदार्थ है जो सच्चिदानन्दस्वरूप, सर्वज्ञ, निराकार, सर्वव्यापक एवं सर्वान्तर्यामी सत्ता है। ईश्वर व आत्मा दोनों […]
23 फरवरी 1981 का दिन था वह, जब तमिलनाडु के मीनाक्षीपुरम में डाॅक्टर नसरुद्दीन कमाल अपने साथियों के साथ एक दलित परिवार को बंधक बनाए हुए थे। घर के सभी लोगों ने इस्लाम कबूल लिया था, घर के लोग ही क्यों लगभग एक हजार दलित धर्मांतरण करके जबरन मुस्लिम बनाए चुके थे। इसलिए मीनाक्षीपुरम का […]
* बृजेन्द्र सिंह वत्स समाचार है कि जम्मूकश्मीर के कठुआ में सेना के एक जूनियर कमीशन ऑफिसर सहित ५ भारतीय वीरगति को प्राप्त हो गए और दुर्भाग्य यह कि,वे वीर युद्ध करते हुए वीरगति को प्राप्त नहीं हुए वरन धोखे से वे काल के गाल में समा गए। महाभारत के युद्ध में शिखंडी ने बिना […]
आत्मा शरीर में कहां रहती है? भाग 15
पृष्ठ संख्या 1149 (बृहदारण्यक उपनिषद) ” उस जीवन मुक्त के लिए जब तक वह शरीर में रहता है, नेत्र पुरुष– नेत्र शक्ति अर्थात आंखों की ज्योति सर से पांव तक ईश्वर के रूप में रंगी हुई रहती है। जब भी वह जीवन मुक्त आंखों से देखता है तो उस ईश्वर का स्वरूप उसे हर जगह […]
25 जून अब संविधान हत्या दिवस
अभी हाल ही में संपन्न हुए 18वीं लोकसभा के चुनावों के समय कांग्रेस के नेता राहुल गांधी अक्सर यह कहते रहे कि वर्तमान मोदी सरकार यदि तीसरी बार सत्ता में आई तो वह संविधान बदल देगी । भाजपा की लाख कोशिशों के उपरांत भी राहुल गांधी संविधान बचाने के अपने मुद्दे को ‘ कैश ‘ […]
ईरान में इन दिनों चाँद चौदहवीं की ओर बढ़ रहा है और साफ़ साफ़ भी दिख रहा है। अन्य दिनों – महीनों की अपेक्षा ईरान में कुछ अधिक ही ख़ुशगवार मौसम छाया हुआ है। ईरान के निर्वाचन में सुधारवादियों की विजय एक बड़ी ऐतिहासिक घटना सिद्ध हो सकती है। विशेषतः मुस्लिम महिला जगत के लिए […]