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मुद्दा

गांव तक सड़क पहुंची मगर परिवहन की सुविधा नहीं

गोल्डी कुमारी गया, बिहार हमारे देश में पिछले कुछ दशकों में जिन बुनियादी ढांचों पर सबसे अधिक ज़ोर दिया गया है, उसमें सड़क प्रमुख है. वर्ष 2000 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के लांच होने के बाद से गांव के सड़कों की स्थिति में काफी सुधार आया है. इसका सीधा असर ग्रामीण जनजीवन और […]

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भारतीय संस्कृति

जैन मत समीक्षा* भाग ___ 15

* डॉ डी के गर्ग निवेदन : ये लेखमाला 20 भाग में है। इसके लिए सत्यार्थ प्रकाश एवं अन्य वैदिक विद्वानों के द्वारा लिखे गए लेखों की मदद ली गयी है। कृपया अपने विचार बताये और उत्साह वर्धन के लिए शेयर भी करें। भाग-15 जैन मत में गपोड़े और अंधविश्वास जैन धर्मग्रंथ कल्पभाष्य में लिखा […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत

मेरी नई पुस्तक : मेरे मानस के राम – अध्याय 6 : भरत का वन के लिए प्रस्थान

अगले दिन भरत जी के राज्याभिषेक की तैयारी का आदेश वशिष्ठ जी की ओर से जारी हुआ। विधि के अनुसार विद्वानों ने भरत जी का मंगल गान करना आरंभ कर दिया। जब भरत की को इसकी जानकारी मिली तो वह अत्यंत दु:खी हुए । उन्होंने स्वयं ने उस मंगलगान को रुकवा दिया। तब उन्होंने वशिष्ठ […]

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राजनीति

ओम बिरला का दोबारा स्पीकर बनना और देश की राजनीति

ललित गर्ग – ओम बिरला को दूसरी बार ध्वनिमत से 18वीं लोकसभा का नया स्पीकर चुना गया। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेता विपक्ष राहुल गांधी उन्हें आसन तक लेकर पहुंचे। ध्वनिमत पर विपक्ष ने डिविजन की मांग नहीं की। ओम बिरला के नाम पर विपक्ष का विरोध न करना मोदी सरकार के लिए […]

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आतंकवाद

आतंकवाद का कोई मजहब नहीं पर हिंसा का धर्म हिन्दू

दिव्य अग्रवाल (लेखक व विचारक) वामपंथियों का षड्यंत्र भारतीय संसद में प्रबल हो रहा है । सम्पूर्ण भारत में जितनी आतंकवादी घटनाएं हुई उनको करवाने वाले अधिकतर लोग मुस्लिम समाज से थे परन्तु मुस्लिम तुस्टीकरण के चलते भारतीय संसद आज तक आतंकवाद का मजहब नहीं ढूंढ पाई परन्तु विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भारत […]

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राजनीति

क्या हिंदू समाज हिसक है?

आचार्य डॉ राधेश्याम द्विवेदी राहुल गांधी का संसद में बयान:- कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कल संसद में बहुत ही असभ्य गैर जिम्मेदाराना और विवादित बयान दिया है। ऐसा बयान करोड़ों हिंदुओं की भावना को आहत करने वाला है। उन्होंने कहा कि, “जो लोग अपने आपको […]

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आज का चिंतन

जन्म देने वाली माता, धरती माता तथा महान् विद्वानों में कौन सा लक्षण समान हैं?

जन्म देने वाली माता, धरती माता तथा महान् विद्वानों में कौन सा लक्षण समान हैं? परमात्मा के क्या लक्षण हैं? हम परमात्मा के लक्षणों की अनुभूति अपने भीतर कैसे कर सकते हैं? बृहती इव सूनवे रोदसी गिरः होता मनुष्यो३ न दक्षः। स्वर्वते सत्यशुष्माय पूर्वीर्वैश्वानराय नृतमाय यह्वीः।। ऋग्वेद मन्त्र 1.59.4 (कुल मन्त्र 686) (बृहती इव) जैसे […]

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आज का चिंतन

ओ३म् “वैदिक जीवन और यौगिक जीवन परस्पर पर्याय हैं”

ईश्वर, जीव और प्रकृति नित्य, अनादि व अनुत्पन्न सत्तायें हैं। विगत अनादि काल से जीवात्मा अपने कर्मानुसार जन्म लेता व मृत्यु को प्राप्त होता आ रहा है। अनेक बार जीवात्मा का मोक्ष भी हुआ है और मोक्ष से पुनः लौटकर मनुष्य व कर्मानुसार प्रायः सभी इतर योनियों में जन्म लेता रहा है। जीव की जीवन […]

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महत्वपूर्ण लेख संपादकीय

अवैध धर्मांतरण पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी

स्वामी विवेकानंद कंपलीट वर्क्स खंड 5 पृष्ठ 233 पर लिखा गया है कि ” उनके ( मुस्लिमों ) ही अपने ऐतिहासिक लेखों के अनुसार जब पहली बार मुसलमान भारत आए तो भारत में हिंदुओं की जनसंख्या 60 करोड़ थी। इस कथन में न्यून वर्णन का दोष हो सकता है, किंतु अतिशयोक्ति का नहीं। क्योंकि मुसलमानों […]

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भारतीय संस्कृति

जैन मत समीक्षा* भाग___ 14

* डॉ डी के गर्ग निवेदन : ये लेखमाला 20 भाग में है। इसके लिए सत्यार्थ प्रकाश एवं अन्य वैदिक विद्वानों के द्वारा लिखे गए लेखों की मदद ली गयी है। कृपया अपने विचार बताये और उत्साह वर्धन के लिए शेयर भी करें। भाग-14 जैन मत में गपोड़े कृपया ध्यान दे ;– विवेकसार पृष्ठ १०१ […]

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