देहरादून। ( योगी महेश क्रांतिकारी / नागेश कुमार आर्य / श्रीनिवास आर्य ) यहां स्थित गुरुकुल पोंधा में वेद निधि ट्रस्ट की ओर से आयोजित की गई आर्य विद्वत लेखक परिषद की राष्ट्रीय संगोष्ठी कई प्रस्तावों के साथ संपन्न हो गई। वेद निधि ट्रस्ट के मंत्री डॉ आनंद कुमार ने इस राष्ट्रीय संगोष्ठी की जानकारी […]
महीना: जून 2024
ग्रेटर नोएडा। यहां स्थित महात्मा हंसराज आदर्श विद्यालय बंबावड़ गौतम बुद्ध नगर में एक सप्ताह तक चला आर्य वीर दल चरित्र निर्माण शिविर संपन्न हो गया। चरित्र निर्माण शिविर के बारे में जानकारी देते हुए आर्यवीर दल जनपद गौतम बुद्ध नगर के संचालक आचार्य कर्णसिंह ने हमें बताया कि इस अवसर पर सैकड़ो युवाओं को […]
अग्नि अर्थात् ऊर्जा क्या है? हम अग्नि, ऊर्जा, से क्या आशा करते हैं? अग्नि अर्थात् ऊर्जा की वृद्धि कैसे करें? अच्छिद्रा सूनो सहसो नो अद्य स्तोतृृभ्यो मित्रमहः शर्म यच्छ। अग्ने गृणन्तमंहस उरुष्योर्जो नपात्पूर्भिरायसीभिः ।। ऋग्वेद मन्त्र 1.58.8 (कुल मंत्र ६८१) (अच्छिद्रा) दोष रहित (सूनो) पुत्र (सहसः) पूर्ण बल के लिए (नः) हमारी (अद्य) आज (स्तोतृृभ्यः) […]
मुहम्मद के समय तक अरब के लोगों में शादी (Marriage ) को संस्कार नहीं माना जाता था ,कोई भी व्यक्ति किसी भी स्त्री से जब चाहे शारीरिक सम्बन्ध बना सकता था ,जिसमे आयु और रिश्तेदारी का कोई प्रतिबांध नहीं था , निकाह मतलब (Intercourse ) था , इस्क्के नियम तो बाद में बनाये गए थे […]
अब ऐतरेय उपनिषद के अनुसार अध्ययन करते हैं। वैदिक विद्वान कई पुस्तकों के लेखक एवं प्रमुख व्याख्याकार नारायण स्वामी का एकादशोपनिषद का प्रष्ठ संख्या 343, “उस आत्मा के रहने के तीन स्थान हैं।और तीन ही स्वप्न है ।यह स्थान है ,यह स्थान है, यह स्थान है। यद्यपि यह तीन स्थान मात्र ऐसा कह देने से […]
डॉ डी के गर्ग निवेदन : ये लेखमाला 20 भाग में है।इसके लिए सत्यार्थ प्रकाश एवं अन्य वैदिक विद्वानों के द्वारा लिखे गए लेखों की मदद ली गयी है। कृपया अपने विचार बताये और उत्साह वर्धन के लिए शेयर भी करें। भाग-3 ४ जैन दर्शन में व्यक्ति पूजा का कोई स्थान नहीं है । जैन […]
लेखक संपादक उगता भारत डॉ राकेश कुमार आर्य श्रीरामचन्द्र जी और कृष्णा भगवान के चरित्रों का अध्ययन करने पर एक बात प्रमुखता से सामने आती है कि अपने जीवनकाल में इस दोनों को ही अनेक बार जनता ने ही अपमानित किया। लेकिन उनका अंत किस तरह हुआ, उससे हमें शिक्षा लेनी चाहिए। रावण, कंस और […]
(राकेश अचल – विभूति फीचर्स) आप सूरज को देवता मानिए या केवल एक ग्रह ,लेकिन उसके कोप से बचने के लिए अपने आपको तैयार रखिये। सूरज यानी सूर्य आजकल केवल भारत में ही नहीं वरन पूरी दुनिया में आग उगल रहे हैं और उसकी चपेट में आ रहे हैं वे तमाम लोग जो न अपने […]
ललित गर्ग:- यह आशंका सच साबित हो रही है कि भाजपा को पूर्ण बहुमत न मिलने पर कश्मीर में आतंकी घटनाएं बढ़ेंगी एवं पाकिस्तान पोषित आतंकवाद फिर से फन उठाने लगेगा। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतदान से पाकिस्तान बौखलाया है। इसी का परिणाम है लगातार […]
धर्म वह है जो मनुष्य मात्र का कल्याण करने में समर्थ हो, किसी व्यक्ति या वर्ग विशेष का नहीं। धर्म वह है जो जीवन के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त करे।बौद्धिक,आत्मिक,शारीरिक,सामाजिक,राष्ट्रीय उन्नति के लिए प्रेरणा दे;जिसमें समानता,एकता,परस्पर प्रेम,सौहार्द,सद्भावना,समदृष्टि उत्पन्न करने की क्षमता हो; जो कर्तव्य पालन के प्रति सचेत करे।ऐसे धर्म को धारण करके मनुष्य […]