यदि आपसे पूछा जाए कि देश पहले है या दल पहले है तो आपका उत्तर निश्चित रूप से यही होगा कि देश पहले है। पर राजनीति में इस समय देश से पहले दल हो गया। लोकतंत्र नीतियों का आलोचक है। हो सकता है कि किसी विषय को लेकर आपकी विचारधारा या मत अलग हो और […]
Month: June 2024
कुरान के अवतरण का रहस्य
मुसलमान कुरान के बारे में हमेशा यही दावा करते हैं की कुरान किसी व्यक्ति या व्यक्तिओं की रचना नहीं बल्कि आसमानी किताब है जो अल्लाह ने नाजिल है अर्थात ऊपर से उतारी है इस बात से ऐसा लगता है कि अल्लाह धरती से काफी ऊपर किसी जगह रहता है लेकिन ऐसा समझना अवैज्ञानिक और मूर्खता […]
हमें दिव्य संगति से क्या लाभ होता है?
दिव्य लक्ष्य निर्धारित करने के क्या लाभ हैं? हमें दिव्य संगति से क्या लाभ होता है? अस्मै भीमाय नमसा समध्वर उषो न शुभ्र आ भरा पनीयसे। यस्य धाम श्रवसे नामेन्द्रियं ज्योतिरकारि हरितो नायसे ।। ऋग्वेद मन्त्र 1.57.3 (अस्मै) यह (भीमाय) शत्रुओं के लिए भयंकर (नमसा) नमन के साथ (सम् आभर से पूर्व लगाकर) (अध्वरे) अहिंसक, […]
बुद्ध-पूर्णिमा और गौतम बुध 5
डॉ डी के गर्ग निवेदन: ये लेख 6 भागो में है ,पूरा पढ़े / इसमें विभिन्न विद्वानों के द्वारा समय समय पर लिखे गए लेखो की मदद ली गयी है । कृपया अपने विचार बताये। भाग- 5 –बुद्ध से सम्बंधित कुछ प्रश्नोत्तरी : साभार- — पंडित गंगाप्रसाद उपाध्याय महात्मा बुद्ध और सूअर का मांस यह […]
छोटे नेताओं की छोटी हरकतों, छोटी सोच और संकीर्ण मानसिकता के कारण देश अभी भी अंधेरे में टक्कर मार रहा था। उसे नेता की खोज थी। पर नेता नहीं मिल रहा था। संक्रमण काल की रात्रि अभी और गहराती जा रही थी। अंधकार छंटने का नाम नहीं ले रहा था। ऐसी परिस्थितियों में 16 फरवरी […]
डॉ राकेश कुमार आर्य श्रीरामचन्द्र जी और कृष्णा भगवान के चरित्रों का अध्ययन करने पर एक बात प्रमुखता से सामने आती है कि अपने जीवनकाल में इस दोनों को ही अनेक बार जनता ने ही अपमानित किया। लेकिन उनका अंत किस तरह हुआ, उससे हमें शिक्षा लेनी चाहिए। रावण, कंस और हिरणकश्यप अपवाद को छोड़, […]
भारतवर्ष अनादि काल से ही अपनी समृद्धता के लिये सम्पूर्ण विश्व में आकर्षण का केन्द्र रहा है, अपने ज्ञान व योग के कारण भारतीय संस्कृति आज भी सभी संस्कृतियों की जननी है। दुर्भाग्यवश, अधिकतर मनुष्य समृद्धता का अर्थ भौतिकवादी विचारधारा से ग्रस्त होने के कारण आर्थिक दृष्टिकोण पर मापते हैं, परन्तु भारतीय संस्कृति की समृद्धता […]
बांग्लादेश-म्यांमार को तोड़कर ईसाई मुल्क बनाना चाहते हैं गोरी चमड़ी वाले देश: शेख हसीना, प्रधानमंत्री बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि उनके देश के हिस्सों को तोड़ कर ईसाई मुल्क बनाए जाने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि म्यांमार और बांग्लादेश के कुछ हिस्से मिला कर गोरे लोगों वाला एक […]
विश्व के लगभग सभी धर्मों में स्वर्ग और नर्कके बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है.इन में सभी धर्मों की बातों में काफी समानता पायी जाती है. लेकिन स्वर्ग या जन्नत के बारे में जो बातें लिखी गयी हैं वह सिर्फ पुरुषों को रिझाने वाली बातें लिखी गयी हैं.जैसे मरने के बाद जन्नत में […]
(पवन वर्मा-विनायक फीचर्स) मध्य प्रदेश के कई जिले इन दिनों सूखे से ग्रस्त हैं, कई गांवों में दो-दो किलोमीटर पैदल चल कर पानी लाने को ग्रामीण मजबूर हैं, तो कई शहरों में दो दिन में एक बार पानी आ रहा है। नदी, तालाब, बावड़ी और कुएं अधिकांश सूखे हैं। हैंडपम्प भी अधिकतर दम तोड़ चुके […]