– सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” एक समय था जब भारत अपनी खाद्यान्न आपूर्ति के लिये दूसरे देशों की दया पर निर्भर था। हमारे पास न उस समय कृषि के साधन थे, और न ही उन्नत तकनीक थी। फलतः आज का वही कृषक पहले अपनी कृषि से वैसा उपज नहीं प्राप्त कर पाता था, जैसा […]
Month: June 2024
डॉ डी क गर्ग –भाग-10 नोट : प्रस्तुत लेखमाला ९ भाग में है ,ये वैदिक विद्वानों के द्वारा समय समय पर लिखे गए लेखो के संपादन द्वारा तैयार की गयी है ,जिनमे मुख्य विद्यासागर वर्मा ,पूर्व राजदूत, कार्तिक अय्यर, गंगा प्रसाद उपाधयाय प्रमुख है। कृपया अपने विचार बताये और फॉरवर्ड भी करें । वैदिक धर्म […]
प्रधानमंत्री के रूप में श्री मोदी ने पहले दिन से जुटकर काम करना आरंभ किया। श्री मोदी ने चुनाव में मिली सफलता को इस भाव से लिया कि लोगों ने उन्हें काम करने के लिए नियुक्त किया है, समय गंवाने के लिए नहीं। इसीलिए उन्होंने अपनी सारी टीम को भी काम में जुट जाने की […]
हमारे महान् शासक राजा पोरस से हारकर सिकंदर अपने देश लौट गया था। विश्व विजेता का संकल्प लेकर भारत की ओर बढ़े सिकंदर के लिए यह बहुत ही दुख का विषय था कि वह भारत के एक छोटे से शासक से हार गया। भारत के इस महान् शासक ने सिकंदर के विश्व विजेता बनने के […]
जनता ने कालनेमि बनी पार्टियों को वोट देकर कालनेमि के नाम को भी कलंकित कर दिया। कालनेमि अपनी राक्षस जाति को बचाने ढोंगी रामभक्त बना, जबकि I.N.D.I. गठबंधन संविधान और देशप्रेमी होने का स्वांग का खेल खेल कालनेमि बन जनता को भ्रमित किया। लेकिन मूर्ख जनता कालनेमि को पहचान कर भी सूरदास बन उनको वोट […]
शिवाजी भारतीय स्वाधीनता संग्राम के देदीप्यमान नक्षत्र हैं, जिनकी दीप्ति से भारत का समकालीन इतिहास आज भी दीप्तिमान है । शिवाजी एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जिनके नाम से आज भी इस देश के युवा प्रेरणा लेते हैं । ऐसे महानायक को कुछ षड्यंत्रकारी इतिहासकारों ने बहुत ही संकीर्ण दृष्टिकोण से देखने का राष्ट्रघाती प्रयास किया […]
कांग्रेस की राजनीति और देश का मतदाता
हमारे देश में यदि संविधान की मौलिक अवधारणा ,चिंतन और उसके मर्म को समझकर काम करने की रणनीति पर विचार किया जाता तो देश से जाति, धर्म और लिंग के आधार पर प्रत्येक प्रकार के भेदभाव को समाप्त करने की दिशा में काम किया जाता । इतना ही नहीं, इन उद्वेगकारी मनोवृतियों को भी समाप्त […]
इस्लाम की खातिर अप्राकृतिक कृत्य
! अस्वीकरण – यह लेख केवल प्रौढ़ वयस्कों के लिए ,हो सकता है कुछ अंश लोगों को अशिष्ट प्रतीत हों हमारा उद्देश्य किसी की आस्था को अपमानित करना नहीं है सभी तथ्य प्रामाणिक इस्लामी किताबों और साइटों से लिए गए है ,परन्तु हम इनकी सत्यता का दावा नहीं करते आजकल सुरभि खातून की सभी सोशल […]
विश्व मे ये पहला उदाहरण है। दुनिया चकित है केरल के महाज्ञानी छात्रों के नम्बर देख कर। आज TV पर बताया गया कि केरल बोर्ड से 100% नम्बर लेकर आये 4000से ज्यादा छात्र -छात्राओं ने दिल्ली वि वि मे फार्म भरा। एक ही कॉलेज में। इनमें से इतिहास में 38, भूगोल में 34, गणित में […]
– सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” इस व्रत की असीम महिमा है। इस वृतांत में सतीत्व के प्रताप से कालपुरुष को भी बेबस होते देख सकते हैं ,तो वहीं इसके साथ – साथ पर्यावरण की सुरक्षा और दैवीय शक्ति का प्रमाण भी मिलता है। आज इस प्रदूषित वातावरण में स्वांस […]