वीरेंद्र गुप्ता की कलम से…. छबील ** आज गुरु श्री अर्जनदेव जी महाराज का शहीदी दिवस है इसलिए आज का लेख गुरु महाराज जी के चरणों में समर्पित है। जून माह में निर्जला एकादशी का व्रत रहता है और इस दौरान लोगों को भयंकर गर्मी और लू का सामना करना पड़ता है। इसलिए जगह जगह […]
Month: June 2024
महाराजा सुहेलदेव पराक्रम दिवस- तुलसीदास जी बहराइच में जारी कब्र पूजा की “भेड़चाल के बारे में अपनी “दोहावली” में कहते हैं – लही आँखि कब आँधरे, बाँझ पूत कब ल्याइ । कब कोढ़ी काया लही, जग बहराइच जाइ॥ अर्थात “पता नहीं कब किस अंधे को आँख मिली, पता नहीं कब किसी बाँझ को पुत्र हुआ, […]
============= संसार में मनुष्य पाप व पुण्य दोनों करते हैं। पुण्य कर्म सच्चे धार्मिक ज्ञानी व विवेकवान् लोग अधिक करते हैं तथा पाप कर्म छद्म धार्मिक, अज्ञानी, व्यस्नी, स्वार्थी, मूर्ख व ईश्वर के सत्यस्वरूप से अनभिज्ञ लोग अधिक करते हैं। इसका एक कारण यह है कि अज्ञानी लोगों को कोई भी बहका फुसला सकता है। […]
गर्दन दर्द का सामान्य उपचार*
(ब्रह्मर्षि वैद्य पं. नारायण शर्मा कौशिक – विनायक फीचर्स) गर्दन के दर्द का सामान्य उपचार आप स्वप्रयोग के आधार पर सरलतम तरीके से कर सकते हैं। धारणा यह है कि ज्यादातर एक तरफ गर्दन मोड़कर बैठने, रात को एक ही करवट सोने, गलत स्थिति में नर्म गद्दों पर सोने, गर्दन उचकाकर देर तक एक ही […]
विश्व के समस्त नागरिकों एवं विभिन्न संस्थानों पर लगभग 320 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर का ऋण है। कुल ऋण की उक्त राशि में विभिन्न देशों की सरकारों के ऋण एवं नागरिकों के व्यक्तिगत ऋण भी शामिल है। कई देशों को मुद्रा स्फीति पर नियंत्रण पाने में बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। साथ […]
*जैन पंथ समीक्षा* 2
डॉ डी के गर्ग ये लेख छ भाग में है ,कृपया अपने विचार बताए और शेयर करे। भाग -2 जैन पंथ में णमोकार मंत्र- विश्लेषण:- 1 णमोकार मंत्र कब और किसने लिखा? किस धर्म ग्रन्थ से लिया गया है? इसका कोई उत्तर नहीं है,और ये भी स्पष्ट है कि ये मंत्र जैन धर्म के संस्थापक […]
भारतीय लोकतंत्र और महंगे चुनाव
स्वाधीनता के पश्चात भारत का प्रथम आम चुनाव 1952 में हुआ था। 1947 में महात्मा गांधी ने अपने शिष्य और राजनीतिक उत्तराधिकारी पंडित नेहरू को देश की जनता से पूछे बिना ही देश का प्रधानमंत्री बना दिया था। अब उन्हें पहली बार लोगों के बीच जाकर अपने लिए वोट मांगने का अवसर मिला। अन्य कोई […]
वेदों में ईश्वर के अनेक नाम हैं
● वेदों में ईश्वर के ऐसे-ऐसे अनेक नाम हैं ! ● ● In Vedas we find such amazing names for the most wonderful God ! ● [Ref: Maharshi Dayananda’s book ‘Aaryaabhivinay’, part I, presented here by: Bhavesh Merja] ● मघवन् = सर्वशक्तिमन् = Mighty Lord, Omnipotent. ● अद्भुतः = अत्यन्त आश्चर्यरूप = Most wonderful. ● […]
सरकार बनाने का नंबर गेम: , 7 सिनेरियो से समझिए..!! 🖌️🖌️🖌️ लोकसभा चुनाव के नतीजे साफ हो चुके हैं। अब सवाल सरकार बनाने का है। BJP अपने बूते बहुमत हासिल नहीं कर पाई, लेकिन उसकी NDA ने 292 सीटें जीत ली हैं। यानी बहुमत से 20 ज्यादा। दूसरी तरफ 234 सीटों वाला इंडिया एलायंस भी […]
*जैन पंथ समीक्षा*
डॉ डी के गर्ग ये लेख छ भाग में है ,कृपया अपने विचार बताए और शेयर करे। भाग १ जैन पंथ में णमोकार मंत्र–प्रचलित मान्यता — जैन मत में णमोकार मंत्र की सबसे अधिक मान्यता है। उनका मानना है की इस मंत्र के जप से मुक्ति मिलती है। इसलिए अक्सर यज्ञ हवन कीर्तन आदि के […]