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आओ कुछ जाने

परमात्मा की अनुभूति प्राप्त करने की इच्छा कौन कर सकता है?

लोगों पर शासन करने की इच्छा कौन कर सकता है? यशस्वी शक्तियाँ, ज्ञान और कार्यों को कैसे प्राप्त करें? सो अर्णवो न नद्यः समुद्रियः प्रति गृभ्णाति विश्रिता वरीमभिः। इन्द्रः सोमस्य पीतये वृषायते सनात्स युध्म ओजसा पनस्यते।। ऋग्वेद मन्त्र 1.55.2 (सः) वह (परमात्मा) (अर्णवः) समुद्र (न) जैसे कि (नद्यः) नदियाँ (समुद्रियः) समुद्र की तरफ जाते हुए […]

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इतिहास के पन्नों से

सेकुलरिज्म बनाम भारतीयता का द्वंद्व

आम चुनाव 2024 का चुनाव प्रचार इस समय अपने पीक पर है। राजनीति में और विशेष रूप से लोकतंत्र में सत्ता प्राप्त करना प्रत्येक राजनीतिक दल का अधिकार है। पर इसके लिए उसे कुछ लोकतांत्रिक मर्यादाओं का पालन भी करना पड़ता है। इस समय राजनीतिक दलों में एक दूसरे को नीचा दिखाने और नीचा गिराने […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

डाकू का संकल्प और पंडित लेख राम जी

आर्य मुसाफिर पंडित लेखराम लाहौर के पास एक गांव में आर्य समाज के एक समारोह में प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने वैदिक धर्म और कर्म के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘जो भी शुभ या अशुभ कर्म मनुष्य करता है, उसका फल उसे अवश्य मिलता है। चोरी, हत्या, हिंसा आदि पाप कर्म करने वालों […]

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इतिहास के पन्नों से

जब कुमारी मायावती को जनपद गौतम बुद्ध नगर के सृजन पर दिया गया था ज्ञापन

कु०मायावती पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा 1 मई 1997 को मेरठ में मई दिवस के अवसर पर नये जनपद गौतम बुध नगर के सृजन पर देवेंद्र सिंह आर्य एडवोकेट ,अध्यक्ष उगता भारत समाचार पत्र के विचार। कुमारी मायावती जिंदाबाद, नए जिले की दी सौगात। समस्त जनपद वासियों को जनपद स्थापना दिवस की एवं समस्त मजदूर भाइयों को […]

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कविता

*’ कभी सोचा है ‘*

(साहित्य वही उत्तम होता है जो समाज और राष्ट्र का मार्गदर्शन करने की क्षमता रखता हो। नये ओज और नए तेज से भरने की क्षमता रखता हो। माना कि श्रृंगार रस भी जीवन के लिए आवश्यक है, परंतु युवा पीढ़ी को केवल उसी के मृगजाल में लपेटकर मारने के लिए तैयार किया गया साहित्य साहित्य […]

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आओ कुछ जाने

मानव शरीर और कर्मेंद्रियों की स्थिति

हमारे शरीर में कर्मेंद्रियों का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। ज्ञानेंद्रियों की भांति कर्मेंद्रियां भी पांच ही होती हैं। परमपिता परमात्मा की लीला को देखकर बड़ा आश्चर्य होता है कि उसने ज्ञान और कर्म दोनों का अद्भुत समन्वय इन इंद्रियों के माध्यम से हमारे शरीर में स्थापित किया है। आइए, कुछ विचार करते हैं :- ज्ञानेंद्रियों […]

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इसलाम और शाकाहार

अल्लाह भी नमाज पढ़ता है ?

लेख का यह शीर्षक देखते ही मुस्लिम पाठक बुरी तरह से बौखला जायेंगे और हमें पागल समझने लगेंगे , क्योंकि मौलवियों ने अब तक उनके दिमागों में यह बात ठूँस ठूँस कर भर दी है ,कि अल्लाह सबसे बड़ा है , और उसके जैसा कोई और नहीं है ,इसलिए सिर्फ अल्लाह की ही उपासना करना […]

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स्वास्थ्य

शाकाहार सर्वोत्तम आहार

(ज्योति गुप्ता- विभूति फीचर्स) शाक+आहार इस दो शब्दों से मिलकर बना है शाकाहार। वास्तव में शाकाहार ही सम्पूर्ण एवं उत्तम आहार है जो हमारे शरीर को बिना कोई नुकसान पहुंचाये शरीर की सभी आवश्यकताओं की सही अर्थो में पूर्ति करता है। प्रकृति द्वारा प्रदत्त सभी खाद्य वस्तुओं जैसे हरी शाक-सब्जी, फल, दालें, अनाज, दूध आदि […]

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स्वास्थ्य

कुछ नियम अपनाएं और निरोगता पाएं*

(सुदर्शन भाटिया – विभूति फीचर्स) यहां हम उन बातों को, उन नियमों को, उन आचरणों को दे रहे हैं जो हमारे बुजुर्ग हमें समझाते-समझाते परलोक सिधार गए। यदि आज भी हम इन कुछ नियमों को अपना लें तो निरोग बने रहेंगे। * जनवरी महीने में धनिया खाने की मनाही है जबकि फरवरी में मिश्री बिल्कुल […]

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इतिहास के पन्नों से

सफल गुप्तचर हनुमान*

(बद्री नारायण तिवारी-विभूति फीचर्स) यदि बिना अस्त्र-शस्त्र के प्रयोग, बिना युद्ध किए अपना लक्ष्य मिल जाये तो शक्ति का प्रयोग नहीं करना चाहिये और यदि बिना युद्ध किये अभीष्ट नहीं मिलता तब भी शत्रु से वार्ता करनी चाहिये ताकि जब बल का प्रयोग हो तो जनमत का समर्थन अपनी ओर हो जाये। इसी नीति को […]

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