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राजनीति

कोलकाता में बैठी ममता की उत्तर प्रदेश पर नजर

प्रभुनाथ शुक्ल देश का आम चुनाव जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए जनविश्वास की चुनौती का बड़ा सवाल है। वहीं दूसरी तरफ विखरे विपक्ष की सियासी एकता की अग्निपरीक्षा भी है। आम चुनाव को लेकर देश में शोर की राजनीति है। जनपक्ष से जुड़े जमीनी मुद्दे गायब हैं सिर्फ जुबानी जंग की लड़ाई है। आधुनिक […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

विश्व बंधुत्व और मानव एकता के प्रतीक थे गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर*

गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर जयंती : 7 मई * (इंजी. अतिवीर जैन – विनायक फीचर्स) रविंद्रनाथ टैगोर को आज भी भारत ही नहीं विश्व में एक महान कवि, उपन्यासकार, कथाकार, नाटककार, संगीतकार और चित्रकार के रूप में याद किया जाता है। उनका साहित्य उनके व्यक्तित्व के अनुरूप जीवन के सभी क्षेत्रों में उभरकर सामने आया। वे […]

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स्वास्थ्य

भारत में अंगदान की कमी से जा रही लोगों की जान

डॉ. सत्यवान सौरभ- एक मृत अंग दाता आठ लोगों की जान बचा सकता है। दान की गई दो किडनी दो रोगियों को डायलिसिस उपचार से मुक्त कर सकती हैं। दान किए गए एक लीवर को प्रतीक्षा सूची के दो रोगियों के बीच विभाजित किया जा सकता है। दो दान किए गए फेफड़ों का मतलब है […]

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स्वास्थ्य

मसालों में मिलावट: इंसान ही बना इंसान का दुश्मन

ललित गर्ग – भारतीय मसालों की गुणवत्ता की साख जब दुनिया में धुंधली हुई है, मिलावटी मसालों पर देश से दुनिया तक बहस छिड़ी हुई है, तब दिल्ली में मिलावट के एक बड़े मामले का पर्दापाश होना न केवल चिंताजनक है बल्कि दुनिया की तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर भारत के लिये शर्मनाक […]

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राजनीति

विपक्ष मतदाताओं के विश्वास का सम्मान करें

पूरन चन्द्र शर्मा – विनायक फीचर्स हम सभी जानते हैं कि लोकतंत्र के हित में एक मजबूत विपक्ष का होना जरूरी है। विपक्ष को सदन में जनता ही भेजती है जिससे सत्ताधारी पार्टी किसी प्रकार की मनमानी न कर सके और देश सुचारु रूप से चलता रहे। यह स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए आवश्यक भी है। […]

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संपादकीय

लोकसभा चुनाव: दुनिया का सबसे महंगा चुनाव

आजाद भारत का पहला चुनाव 1952 में हुआ था। भारत के संविधान में दी गई व्यवस्था के अनुसार संपन्न हुए इन चुनावों में उस समय मात्र 10.50 करोड रुपए खर्च हुए थे। भारत ने संसदीय लोकतंत्र को अपनाकर अपनी पुरातन राजतंत्रीय व्यवस्था को विदा कर दिया था। तब लोगों ने सोचा था कि अब बड़ी […]

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संपादकीय

घटता हिंदू – मिटता हिंदू , कौन सुनेगा पुकार ?

सचमुच यह खबर दु:खी करने वाली है कि भारतवर्ष में पिछले 65 वर्ष में हिंदुओं की जनसंख्या 8% कम हो गई है। जबकि इस दौरान मुस्लिम जनसंख्या 9.84 प्रतिशत से बढ़कर 14.09% हो गई है। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट में ‘धार्मिक अल्पसंख्यकों की हिस्सेदारी का देशभर में विश्लेषण’ नामक विषय के माध्यम […]

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विविधा

आप मुहम्मद को क्या कहेंगे ?

लोग मुहम्मद के बारे में कुछ भी कहते हों ,लेकिन एक बात निर्विवाद है कि मुहम्मद जैसा व्यक्ति दुनिया में कोई नहीं हुआ .उसने लोगों कि अज्ञानता ,अंधविश्वास का पूरा पूरा फायदा उठाया था .और लोगों को मुसलमान बनाने के लिए हरेक हथकंडे अपनाये थे .इसमे डराना ,लालच देना सब शामिल हैं .इस्लाम से पाहिले […]

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शिक्षा/रोजगार

पर्याप्त सुविधाओं के अभाव से प्रभावित होती बालिका शिक्षा

आशा नारंग अलवर, राजस्थान हाल ही में आईसीएसई समेत विभिन्न राज्यों के दसवीं और बारहवीं के परिणाम घोषित हुए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में छात्राओं ने उम्मीद से कहीं अधिक बढ़कर प्रदर्शन किया है. यह आंकड़े बताते हैं कि यदि अवसर और सुविधाएं प्रदान किये जाएं तो लड़कियां भी किसी भी परिणाम को अपने पक्ष […]

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भारतीय संस्कृति

ओ३म् “वैदिक धर्म ही सनातन धर्म है जो ज्ञान-विज्ञान पर आधारित होने सहित संसार का प्राचीनतम धर्म है”

-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। वैदिक धर्म वेदों पर आधारित संसार का ज्ञान व विज्ञान सम्मत प्राचीनतम धर्म है। यह सनातन धर्म है क्योंकि यह परमात्मा प्रदत्त वैदिक ज्ञान पर आधारित होने के कारण संसार का आदि व प्रथम धर्म है। सनातन एवं नित्य शब्दों में समानता है। नित्य उसे कहते हैं जो इस सृष्टि व […]

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