वर्ष 1957 से लेकर 2008 तक गाजियाबाद लोकसभा हापुड़ लोकसभा के नाम से जानी जाती थी। गाजियाबाद या हापुड़ से लोकसभा से वर्ष 1967 के सांसद प्रकाश वीर शास्त्री जी चुने गए। शास्त्री जी आर्य समाज के यशस्वी वक्ता अमित तेजस्वी नेता थे उनकी शिक्षा दीक्षा आर्य समाज के गुरुकुलों में ही हुई। वह एक […]
महीना: अप्रैल 2024
लेखक- पं० क्षितिश कुमार वेदालंकार [संसार के सभी मत वाले अपने-अपने धर्म ग्रन्थों को ईश्वरीय ज्ञान कहते हैं, तब प्रश्न उठता है कि वेद ही क्यों? इस प्रश्न का सुलझा उत्तर आर्यसमाज के उच्च कोटि के विद्वान्, वक्ता और पत्रकार लेखक की लेखनी से पढ़िए। -डॉ० सुरेन्द्र कुमार] इस प्रश्न को उपस्थित करने वाले दो […]
— स्वामी सत्यप्रकाश सरस्वती ज्ञान का उल्टा मिथ्या ज्ञान या पाखण्ड है। “पाखण्ड” शब्द “पाषण्ड” शब्द का अपभ्रंश या विकृत रूप है। छद्म, छलयुक्त्त या कपट व्यवहार का नाम “पाषण्ड” है। कट्टर अप्रगतिशील हिन्दू को, जो जीवन के अभ्यन्तर में कुछ हो, और उसके विपरीत उसका बाह्य-आडम्बर साधु-सन्तों, भक्तों, धार्मिकों और विद्वानों जैसा हो, उसे […]
ऋषि दयानन्द के जीवन, कार्यों तथा उनके विचारों पर अनेक भारतीय तथा पाश्चात्य लेखकों ने समय-समय पर अपनी लेखनी चलाई है। पाश्चात्य लेखकों की कुछ सीमाएँ तथा पूर्वाग्रहग्रस्त दृष्टि अवश्य रही है, जबकि भारत के कुछ ऐसे लेखकों और विश्लेषकों ने, जो आर्यसमाज से औपचारिक रूप से कभी सम्बद्ध नहीं रहे, अपनी-अपनी दृष्टि और क्षमता […]
आजकल जो कट्टरवादी मुस्लिम जिहाद के नाम पर भारत के विरुद्ध आतंक फैलाते रहते हैं ,और इसी काम को जन्नत में जाने का तरीका समझने की भूल कर रहे हैं .उनको शायद यह बात पता नहीं है ,कि यदि वह किसी तरह जन्नत में भी घुस जायेंगे तो उनको अल्लाह जो शराब पिलाएगा ,उसमें जिन […]
. नवंबर 1984 में दंगे हुए। जिनमें सिखों का नरसंहार किया गया। निश्चित रूप से वह घटना बहुत ही निंदनीय थी। पर उससे पहले जिन अनेक हिंदुओं का पंजाब में कत्ल किया गया था उनकी चर्चा नवंबर 1984 के दंगों की चर्चा में दबकर रह गई। आज तक कभी आपने यह नहीं सुना होगा कि […]
पूर्ण समर्पण का क्या महत्त्व है? असमं क्षत्रमसमामनीषाप्रसोमपाअपसासन्तुनेमे। ये त इन्द्रददुषो वर्धयन्तिमहि क्षत्रं स्थविरंवृष्ण्यंच।। ऋग्वेदमन्त्र 1.54.8 (असमम्) असमानान्तर (क्षत्रम्) शक्ति, बल (असमा) असमानान्तर (मनीषा) बुद्धि (प्र – सन्तु से पूर्व लगाकर) (सेमपा) शुभ गुणों का संरक्षक (अपसा) गतिविधियों के साथ (कल्याण की) (सन्तु – प्र सन्तु) अत्यधिक बड़े हुए (नेमे) ये (ये) वे (ते) आपके […]
यह 8 साल पुराना लेख है इस साल भी ईद आने वाली है अगले महीने सितम्बर 2016 को मुसलमानों का प्रमुख त्यौहार “ईदुल अजहा – عيد الأضحى ” आने वाला है , मुसलमान इसे बलिदान का पर्व (Sacrifice Feast ) बताते हैं . यह शब्द अरबी के दो शब्दों से मिल कर बना है , […]
यदि हम हिन्दू धर्म और समाज का इतिहास ध्यान से पढ़ें ,तो हमें इस सत्य को स्वीकार करना पड़ेगा कि जब जब भी इस धर्म किसी भी प्रकार का संकट आया , तो धर्म की रक्षा के लिए और धर्म को अपने मूल में पुनर्स्थापित करने के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया , ऐसे […]
भूमिका पाठकों को यह जानकर प्रसन्नता होगी कि हमने पता कर लिया है कि अगर अंतरिक्षयान (Space Craft ) से जन्नत जाय जाए तो केवल 45 घंटे यानि लगभग दो ही दिन लगेंगे ,हम सन 2017 से इस ऐसे विषय पर हदीसों में खोज रहे थे ,साधारण मुसलामन तो क्या बड़े बड़े मौलवी भी यह […]