हाल ही के समय में भारत के नागरिकों में “स्व” का भाव विकसित होने के चलते देश में धार्मिक पर्यटन बहुत तेज गति से बढ़ा है। अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर में श्रीराम लला के विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात प्रत्येक दिन औसतन 2 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे […]
महीना: अप्रैल 2024
* (ऋचा अग्रवाल-विभूति फीचर्स) आप किस मजाक पर सिर्फ हंसते हैं व किस मजाक पर दिल खोलकर हंसते हैं, इससे आपके व्यक्तित्व का पता चलता है। इस आधार पर कैलीफोर्निया के कुछ मनोवैज्ञानिकों ने बुद्धि परीक्षण की तरह ही मजाक से व्यक्तित्व परीक्षण का तरीका विकसित किया है। जिन बातों से लोग हंस पड़ते हैं […]
(दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल राजनीति में नौटंकी बाज के नाम से जाने जाते हैं. उनकी नौटंकी दिन प्रतिदिन बढ़ती तो जा रही है घटती नहीं है . दुर्योधन की भांति वह जिद किए बैठे हैं कि सत्ता से हटूंगा नहीं ,चाहे जो कुछ हो जाए । इस हटीले अंदाज को अब न्यायालय भी समझ चुकी […]
* कई इतिहासकार अफगानिस्तान में हिंदू धर्म या वैदिक धर्म की मान्यताओं की स्थापना के काल को लेकर प्रश्न करते हैं कि यह वहाँ पर कब आरंभ हुआ ? फिर अपने इस प्रश्न का अपने आप ही वह उत्तर देते हैं कि इसकी कोई तिथि निश्चित नहीं है, ना ही कोई काल निश्चित है कि […]
(लेख का उद्देश्य किसी की आस्था को ठेस पहुँचाना नहीं बल्कि सच्चाई बताना है) सभी जानते हैं कि सऊदी अरब मुहम्मद की जन्मभूमि और कर्मभूमि है , और वही ऐसा मुस्लिम देश हैं जहाँ शरीयत का पूरी तरह से पालन किया जाता है , यहाँ के मुस्लिम उसे अपना आदर्श मानते है और उसे असली […]
* (यह लेख माला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की वैदिक सम्पत्ति नामक पुस्तक के आधार पर सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं ।) प्रस्तुति: – देवेंद्र सिंह आर्य ( चेयरमैन ‘उगता भारत’ ) गताक से आगे … वैदिक आर्यों की सभ्यता हमने अभी गत पृष्ठों में वेदमन्त्रों की शिक्षा का जो सारांश […]
सब प्रकार के शोको से मुक्ति कैसे मिले :- मन खो – जा प्रभु नाम में , पा अतुलित आनन्द । रसानुभूति ब्रह्म की, काटे सारे फन्द ॥2615॥ चित्त की कुटिलता भक्ति में सबसे बड़ी बाधा जिनके चित्त में कुटिलता, प्रभु से कोसों दूर। सहज सरल उर में बसे, सारे जग का नूर॥2616॥ नागफनी है […]
परमात्मा किसको संरक्षित करता है? परमात्मा किसको सहन करता है? सरकारें किसको संरक्षित करती हैं? सरकारें किसको सहन करती हैं? स शेवृधमधि धा द्युम्नमस्मेमहि क्षत्रं जनाषळिन्द्रतव्यम्। रक्षा च नोमघोनः पाहिसूरीन्राये च नः स्वपत्याइषे धा।। ऋग्वेदमन्त्र 1.54.11 (सः) वह (शेवृधम्) प्रसन्नता देता और बढ़ाता है (अधि धाः) अधिकता में धारण करता है (द्युम्नम्) गौरवशाली सम्पदा (अस्मे) […]
23 अप्रैल: हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष- -सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” रूद्र के ग्यारहवें अवतार पवन पुत्र हनुमान का जन्म पंचागानुसार चैत्र पूर्णिमा के दिन मंगलवार चित्र नक्षत्र व मेष लग्न के योग में हुआ था। ज्योतिषाचार्यों के गणना अनुसार हनुमान जी का जन्म अंठ्ठावन हजार एक सौ तेरह वर्ष पूर्व त्रेता युग में हुआ था। […]
घनश्याम सादावत अजमेर, राजस्थान भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां सबसे अधिक संख्या में धर्म, जाति और समुदाय आबाद है. कुछ समुदाय का अस्तित्व हजारों वर्ष पुरानी मानी जाती है तो कुछ ऐसे भी समुदाय हैं जो इतने पुराने हैं कि उनके मूल अस्तित्व का कोई प्रमाण भी मौजूद नहीं है. कुछ समुदाय […]