सैय्यदा तैयबा कौसर पुंछ, जम्मू डिजिटल तकनीक के विकास ने भारत के जिन क्षेत्रों को सबसे अधिक लाभ पहुंचाया है उसमें शिक्षा भी प्रमुख है. इसकी मदद से न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों की किशोरियां भी अपनी शैक्षणिक बाधाओं को दूर कर रही हैं. डिजिटल साक्षरता ग्रामीण भारत में किशोरियों को शैक्षिक संसाधनों की […]
महीना: मार्च 2024
आचार्य डॉ. राधे श्याम द्विवेदी आध्यात्मिक पृष्ठभूमि:- भगवान श्रीकृष्ण, हिंदू धर्म के प्रमुख भगवानों में से एक हैं. वे विष्णु के 8वें अवतार माने गए हैं. कन्हैया, श्याम, माधव, गोपाल, केशव, द्वारकाधीश, वासुदेव कई नामों से उनको जाना जाता है. भगवान कृष्ण का जन्म द्वापरयुग में हुआ था. महर्षि वेदव्यास की रचित श्रीमद्भागवत और महाभारत […]
विक्रमादित्य के दरबार का चित्र पंचायत और नगरपालिका वाले अनुच्छेदों के विषय को चित्र के माध्यम से प्रकट करने की भावना से प्रेरित होकर वहां विक्रमादित्य के दरबार वाला चित्र प्रकट किया गया है। हम सभी जानते हैं कि विक्रमादित्य द्वारा स्थापित की गई व्यवस्था बहुत ही न्याय पूर्ण थी। उन्होंने प्रत्येक नागरिक को न्याय […]
भारतीय स्वाधीनता संग्राम में अनेक ऐसे वीरों ने भी बलिदान दिया, जिन्हें गलत समझा गया। 1981 में ग्राम बड़ी मढ़ौली (अम्बाला, पंजाब) में पण्डित गंगाराम के घर में जन्मे काशीराम ऐसे ही क्रान्तिवीर थे, जिन्हें डाकू समझ कर अपने देशवासियों ने ही मार डाला। शिक्षा पूरी कर काशीराम ने भारत में एक-दो छोटी नौकरियाँ कीं […]
सभी जानते हैं की जब मुस्लिमों की हुकूमत थी , मुस्लिम काजी इस्लाम की निंदा का आरोप लगा कर बच्चों को भी मौत की सजा दे दिया करते थे जैसे गुरु गोविन्द जी के दो बच्चों और हकीकत राय को मार दिया गया था ,और देश के विभाजन के समय मुसलमानों ने लाखों हिन्दुओं का […]
☠️☠️☠️☠️☠️ ✍️मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” सम्पूर्ण भारत में होली का त्यौहार मनाया जा रहा है। इस अवसर पर दो तरह के लोगों से विशेषतौर पर सावधान रहने की परम आवश्यकता है। पहले वह तमाम शराबी लॉबी जो होली पर शराब पीकर हुड़दंग मचाने को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानती है। और दूसरे वह तमाम “भाईजान” जो तमाशा […]
22 जनवरी 2024 का दिन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाएगा क्योंकि इस दिन श्री अयोध्या धाम में प्रभु श्रीरामलला के विग्रहों की एक भव्य मंदिर में समारोह पूर्वक प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई थी। इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पूरे देश से धार्मिक, राजनैतिक एवं सामाजिक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र के शीर्ष […]
क्रांतिकारी पत्रकार श्री गणेशशंकर ‘विद्यार्थी’ का जन्म 1890 ई0 (आश्विन शुक्ल 14, रविवार, संवत 1947) को प्रयाग के अतरसुइया मौहल्ले में अपने नाना श्री सूरजप्रसाद श्रीवास्तव के घर में हुआ था। इनके नाना सहायक जेलर थे। इनके पुरखे हथगांव (जिला फतेहपुर, उत्तर प्रदेश) के मूल निवासी थे; पर जीवनयापन के लिए इनके पिता मुंशी जयनारायण […]
DR D K Garg दलितों की राजनीति करनेवाले राजनेता दलित वोटों की तलाश में राम का चरित्र हनन और रावण का महिमा मंडन की ओछी राजनीति करते है। जिसके लिए वे वाममार्गी पेरियार की लिखित रामायण से उदहारण देते है ,जबकि उन्होंने प्रामाणिक बाल्मीकि रामायण से राम कथा को पढ़ना मुनासिब नहीं समझा। इस रामायण […]
: भाग-१ डॉ डी के गर्ग हमारे अधिकांश महापुरुष ऋषियों और विदुषी महिलाओं पर आक्षेप जिस तरह से लगाए गए है और पौराणिक समाज उसी गप्प के आधार का अनुसरण करता रहा है ,ये अति दुःख का विषय है और निंदनीय है। उदहारण के लिए -कारण का जन्म सूर्य से हुआ ,द्रौपति के लिए अन्य […]