जब बाबरी ढांचा गिरा दिया गया था तो ओवैसी ने कहा कि अल्लाह का घर तोड़ दिया गया , एक तरह यह मक्का के काबा को अल्लाह का घर बताते हैं , फिर बाबरी ढांचा को अल्लाह का घर बता देते हैं , अगर अल्लाह काबा के आलावा कहीं और रह सकता है तो हिन्दू […]
महीना: मार्च 2024
डॉ विवेक आर्य गांधीजी द्वारा इस बात को तर्कसंगत बनाने और स्पष्ट निंदा न करने से सावरकर को घृणा हुई। गांधी के इन कथनों का तीखा जवाब देते हुए सावरकर ने 10 फरवरी 1927 को ‘गांधीजी और निर्दोष हिंदू’ शीर्षक से एक निबंध लिखा। एक हिंसक हत्यारे को ‘भाई’ कहने की निंदा करते हुए सावरकर […]
डॉ डी के गर्ग पार्ट 4 प्रश्न: क्या होली पर गोबर की बुरकली जलने से ,सामूहिक यज्ञ से ,चना और जौ की बलिया अग्नि में भुनने से पर्यावरण प्रदूषित होता है ? जिनको लगता है कि होली जलाने से प्रदूषण होता है वे समझ ले कि प्रदूषण गलत वस्तुओं के जलने से होता है। होलिका […]
आजकल हमारे प्रधान मंत्री महोदय सबका साथ ,सबका विकास की निति पर चल रहे हैं उन्होंने अल्पसंख्यक लोगों यानि मुसलमानों की शिक्षा का स्तर बढ़ने के लिए एक सभा में कहा कि जब हर मुस्लिम विद्यार्थी के एक हाथ में कुरान और एक हाथ में कंप्यूटर होगा तभी मुसलमानों का विकास होगा ,शायद मोदी जी […]
उत्तराखंड हमारे समाज में अक्सर ऐसे कई रीति रिवाज देखने को मिलते हैं जिससे लैंगिक भेदभाव स्पष्ट रूप से नज़र आता है. लड़का और लड़की के जन्म से लेकर उसके शादी-ब्याह, दहेज और संपत्ति के अधिकार तक के मामले में यह भेदभाव नज़र आता है. लड़का के जन्म पर जहां जश्न मनाया जाता है, तो […]
” देहरादून का प्रसिद्ध वैदिक साधन आश्रम तपोवन, नालापानी रोड, देहरादून जब तक रहेगा, इसके संस्थापक बावा गुरमुख सिंह जी और उनके प्रेरक महात्मा आनन्द स्वामी जी के नाम को अमर रखेगा। बावा गुरमुख सिंह जी का जन्म अमृतसर में एक सिख परिवार में पिता प्रद्युम्न सिंह जी के यहां हुआ था। आपके जन्म का […]
भारत बदल रहा है, यह कहना उतना उचित नहीं है जितना यह कहना उचित है कि भारत अपने मूल से जुड़ रहा है। अपनी जड़ों को पहचान रहा है ।अपनी वास्तविकता को जान रहा है। जब किसी भी देश के आम जीवन में इस प्रकार के क्रांतिकारी परिवर्तन की लहर चलती है तो समझना चाहिए […]
लेखक आर्य सागर खारी🖋️ आज शहीद- ए -आजम भगत सिंह ,राजगुरु ,सुखदेव जैसे मृत्युंजय वीरों का शहादत दिवस है। भारत सरकार आजादी के 75 वे वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मना रही है स्वागत योग्य कदम है मनाना भी चाहिए लेकिन क्रांतिकारियों ने बलिदान का महोत्सव मनाया जो लगभग 200 वर्ष चला जिसमें […]
ऋग्वेदमन्त्र 1.53.8 त्वंकरंजमुतपर्णयं वधीस्तेजिष्ठयातिथिग्वस्य वर्तनी। त्वं शता वङ्गृदस्याभिनत्पुरोऽनानुदः परिषूता ऋजिश्वना।। 8।। (त्वम्) आप (परमात्मा, परमात्मा का मित्र) (करंजम्) श्रेष्ठ पुरुषों को दुःख देने वाला (उत) और (पर्णयम्) पराई वस्तुओं को चुराने वाला (वधीः) नाश (तेजिष्ठया) गति और बल के साथ (अतिथिग्वस्य) अतिथियों का (परमात्मा का तथा परमात्मा के मित्र का) (वर्तनी) संरक्षण करता है (त्वम्) […]
– डा॰ कुलदीप चन्द अग्निहोत्री भारत की संसद ने 1947 में हुए भारत विभाजन के कष्टकारी नतीजों को ध्यान में रखते हुए 2019 में अपने नागरिकता अधिनियम को संशोधित करते हुए उसमें प्रावधान किया था कि भारत के उस हिस्से से जिसे । इंग्लैंड ने 1947 में अपनी संसद में एक अधिनियम पारित करके मजहब […]