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महत्वपूर्ण लेख

भारत के मंदिर और पर्यटन में होती वृद्धि

– ललित गर्ग – हर व्यक्ति को अपने जीवन में कुछ समय ऐसा जरूर निकालना चाहिए जिसमें खुशी, शांति, आस्था, धार्मिकता एवं प्रसन्नता के पल जीवंत हो सके, इसका सशक्त माध्यम है पर्यटन। जीवन में पर्यटन के सर्वाधिक महत्व के कारण ही हर साल 25 जनवरी को भारतीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है। भारत की […]

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आज का चिंतन

जीवन में जीतने वाले बनो, आलसी नहीं

संसार में कुछ लोग आलसी देखे जाते हैं, और कुछ पुरुषार्थी। *”जो लोग आलसी होते हैं वे परिवार समाज और देश में अव्यवस्थाओं को देखकर सदा दोष ही निकालते रहते हैं। और कहते रहते हैं, कि “यहां ऐसा होना चाहिए, वहां ऐसा होना चाहिए, देश में ऐसा होना चाहिए समाज में ऐसा होना चाहिए।” परन्तु […]

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आर्थिकी/व्यापार

पूंजीगत खर्च बढ़ाने के बावजूद वित्तीय घाटे को कम करना बजट की सफलता है

वर्ष 2024 में लोक सभा चुनाव होने जा रहे हैं, अतः केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पेश किए गए बजट में भारी भरकम घोषणाओं से बचते हुए दिनांक 1 फरवरी 2024 को लोकसभा में वोट ओन अकाउंट पेश किया। लोक सभा चुनाव के सम्पन्न होने के पश्चात एक बार पुनः वित्तीय वर्ष […]

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संपादकीय

पलटीपुत्र के हाथों पाटलिपुत्र और रामराज्य

धर्मनिष्ठ राजनीति आज भी हम सबके लिए खोज का विषय है। धर्मनिष्ठ राजनीति का अभिप्राय है कि राजनीति में राष्ट्रनीति को स्थापित किया जाए और राजनीति को धर्म की पवित्रता के प्रति समर्पित किया जाए। राष्ट्र की साधना में लगे लोगों को आगे बढ़ने का अवसर दिया जाए। लोकतंत्र को अपनाने का भारत का उद्देश्य […]

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कविता

राम लला की जय” बोलो उदघोष हो रहा “जय श्री राम”

आचार्य डॉ. राधे श्याम द्विवेदी राम पधार चुके पुर में मन, फूल खिले उर हर्षित जाना। साध सधी प्रण पूर्ण हुआ जब, मंदिर राम बना पहचाना। दीप जले हर ओर सखी जग, में बढ़ता अब भारत माना। रामलला अति सुन्दर शोभित, जन करते उनका जयगाना।। रूप अनूप सजा अनुरूप अलौकिक दिव्य न जाय बखाना। रामललासरकार […]

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आज का चिंतन हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

ओ३म् “ऋषि दयानन्द संसार के अद्वितीय महान् युगपुरुष”

========== जीवात्मा एक अत्यन्त अल्प परिमाण वाली चेतन सत्ता है। यह अल्प ज्ञान एवं अल्प शक्ति से युक्त होती है। इसका स्वभाव व प्रवृत्ति जन्म व मरण को प्राप्त होना है। जीवात्मा में मनुष्य व अन्य प्राणी-योनियों में जन्म लेकर कर्म करने की सामथ्र्य होती है। मनुष्य योनि में जन्म का कारण इसके पूर्वजन्म व […]

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विविधा

क्या गांव के लिए अस्पताल ज़रूरी नहीं?

गायत्री लूणकरणसर, राजस्थान आगामी 01 फ़रवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2024-25 का बजट प्रस्तुत करेंगी. जिसमें अन्य बुनियादी विषयों के साथ सबकी नज़र इस बात पर भी रहेगी कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में कितना बजट आवंटित किया गया है? दरअसल किसी भी राष्ट्र की समृद्धि इस बात पर निर्भर करती है कि वहां के […]

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आज का चिंतन

किसी को पता नहीं कि कल का उगता हुआ सूरज मैं देख भी पाऊंगा या नहीं

*”कल सुबह का सूर्योदय कौन देखेगा, और कौन नहीं?”* इस बात का किसी को भी कोई पता नहीं है। यानि *”मृत्यु कभी भी आ सकती है।”* यह एक सत्य है, जिसे वास्तविक रूप से जानने वाले लोग संसार में बहुत कम हैं। *”इस बात को शाब्दिक रूप से जानने वाले लोग तो संसार में बहुत […]

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भारतीय संस्कृति

धर्म के मूलभूत अर्थ को समझो

#डॉविवेकआर्य देश के केंद्रीय विद्यालयों में प्रात:कालीन प्रार्थना संस्कृत और हिंदी में पढ़ी जाती हैं। इस प्रार्थना का संस्कृत भाग उपनिषद्, महाभारत आदि ग्रंथों की शिक्षाओं पर आधारित होता हैं जैसे “असतो मा सद्गमय तमसो माँ ज्योतिर्गमय” तथा “दया कर दान विद्या का हमें परमात्मा देना” आदि। मध्य प्रदेश के रहने वाले एक व्यक्ति ने […]

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महत्वपूर्ण लेख

पलटीमार नीतीश कुमार की विश्वसनीयता और भारतीय राजनीति

इंडिया फर्स्ट से साभार पलटीमार नीतीश कुमार आदमी ठीक नहीं है , कुछ बातें नीतीश से साफ़ होनी चाहियें सुभाष चन्द्र भाजपा के साथ नीतीश के फिर से गठबंधन की बातें अपनी जगह भाजपा की नज़र से सही हो सकती हैं लेकिन मैं निजी तौर पर नीतीश कुमार को पसंद नहीं करता। इतना ही नहीं […]

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