1 . भारतीय क्षात्र धर्म और अहिंसा पुस्तक का मूल्य : 300 रुपए है। प्रकाशन : साहित्यागार जयपुर प्राप्ति हेतु संपर्क सूत्र: 0141- 40 22 382 , 2310 785 2 – भारतीय संस्कृति में साम्यवाद के मूल तत्व इस पुस्तक का मूल्य : 260 रुपये है। प्रकाशन : सनातन प्रकाशन जयपुर संपर्क सूत्र : 99 […]
Month: February 2024
डॉ. संतोष सारंग मुजफ्फरपुर, बिहार “सयानी लड़की होकर लड़कों के साथ हाफ पैंट पहनकर ग्राउंड में खेलती है, न इसको शर्म आती है और न इसके मां-बाप को!” इस तरह की न जाने कितनी फब्तियां और अनर्गल बातों के व्यंग्य बाण झेलने पड़े हैं 19 साल की सपना को. बिहार के मुजफ्फरपुर जिला स्थित तुर्की […]
भारत रत्न और लालकृष्ण आडवाणी
आज भाजपा जिस ऊंचाई पर है उसे यहां तक पहुंचाने में पार्टी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी जी का विशेष योगदान है। लालकृष्ण आडवाणी जी ने विभाजन की उस विभीषिका को देखा है जिसमें लाखों की संख्या में हिंदुओं को मारा काटा गया था। करोड़ों लोगों को घर से बेघर होते हुए देखने की पीड़ा […]
महान संत का महानिर्वाण दिवस-25 दिसंबर आर्य देश भारत के लिए 25 दिसंबर पर्व का विशेष महत्व DR D K Garg -Plz share karei Part-1 मित्रो 25 दिसंबर को ईसाई समुदाय जीसस के नाम पर उत्सव की तरह मनाया करता है,लेकिन वास्तविकता पर आपने कभी विचार नहीं किया ,सच ये है कि उन्होंने ये हमारी […]
-* ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के तिलपता गांव के पास एशिया का सबसे बड़ा कंटेनर डिपो है। यहां से हर रोज हजारों की संख्या में कंटेनर आते-जाते हैं। इससे 24 घंटे जाम की स्थित बनी रहती है। इस समस्या के समाधान के लिए तिलपता गांव के पास बाईपास बनाने की मांग वर्षों से की […]
! प्रस्तावना – आजाद हिंद फौज का नाम लेते ही आंखों के सामने दिखाई देते हैं, देश की स्वतंत्रता के लिए पूरे विश्व में घूमने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस, ‘चलो दिल्ली ‘की गर्जना करते हुए स्वतंत्रता संग्राम की कल्पना से उत्साहित सेना एवं देश के लिए प्राण अर्पण करने के लिए आतुर हिंदुस्तानी स्त्रियों […]
रानियों के काट डाले शीश, शिवलिंग पर निशान, कुएँ से निकले नरमुंड… ज्ञानवापी की तरह भीटी झारखंडी मंदिर में भी औरंगजेब ने काटा था शिवलिंग तोड़ी थीं मूर्तियाँ अयोध्या में सोमवार (22 जनवरी, 2024) को रामलला अपने भव्य मंदिर में स्थापित किए जा चुके हैं। इस अवसर पर जहाँ देश और दुनिया भर के हिन्दू […]
नेहरू के मंदिर बनाम दयानंद के मंदिर, 1
पंडित जवाहरलाल नेहरू वेद में आए ‘दक्षिणा’ शब्द का अर्थ नहीं जानते थे। भौतिक जगत में मंदिरों में होने वाली दक्षिणा को वह ‘हिंदू सांप्रदायिकता’ के साथ जोड़कर देखते थे। यही कारण था कि वे मंदिरों को भी संप्रदाय का प्रतीक मानते थे और नए मंदिर बनाने की वकालत नए-नए उद्योग ,हॉस्पिटल, स्कूल आदि बनाकर […]
वेद में पाप और क्षमा
शंका:- जब ईश्वर पाप को क्षमा नहीं करता तो फिर ये स्तुति व प्रार्थना किस एतबार से ईश्वर करवा रहा है अपने भक्त से क्या ईश्वर भक्तों को भ्रम में रखना चाहता है ? समाधान:- सर्वप्रथम आपने जो अर्थ दिया है इसे पूरा कर लेते हैं ताकि समझने में सरलता हो। अव नो वृजिना शिशीह्यृचा […]
अक्टूबर 1920,कालीकट (मोपला) आज खिलाफत मंडल की सभा में पंजाब से मौलाना अल्लाहबख्श आए हुए थे, कालीकट के मुसलमानों ने खिलाफत मंडल के नेता रामनारायण नंबूदरी को समझाया कि अलाहबख्श के भाषण से पहले हिन्दू-मुस्लिम एकता दिखाने के लिए जुलूस में अल्लाहबख्श की बग्घी को घोड़ों के बजाए हिन्दू नौजवानों द्वारा खिंचवाया जाए, इससे हिन्दू-मुस्लिम […]