इन सभी नेताओं का वीर सावरकर जी के प्रति बहुत श्रद्धा का भाव था । वीर सावरकर जी जेलों में रहते हुए भी जिस प्रकार भारतीय धर्म , संस्कृति और इतिहास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे थे , उसका भारत के ये सभी नेता हृदय से सम्मान करते थे । वीर सावरकर जी […]
Month: January 2024
भारत के स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप की 483 वीं जयंती के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। हल्दीघाटी के मैदान में युद्ध करने की योजना महाराणा प्रताप ने गोगुंदा के किले में रहते हुए बनाई थी। जब मेवाड़ और मुगलों के बीच संधि न हो पाई तो मानसिंह मुगलों की एक विशाल […]
कहनी है इक बात हमें “राम भक्त” दीवानों से, संभल के रहना अपने घर में, छुपे हुए मक्कारों से, सुभाष चन्द्र राम विरोधियों को शायद नहीं मालूम कि नरेंद्र मोदी स्वयं एक तपस्वी हैं। याद करो, जब 7 नवंबर 1966 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की सरकार ने गौ हत्या का विरोध कर रहे पार्लियामेंट […]
ऐसा कहा जाता है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में गर्म दल के स्वतंत्रता सेनानियों का भी भरपूर योगदान रहा है। इस दृष्टि से भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के वीर सेनानियों ने, मां भारती को अंग्रेजों के क्रूर शासन से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से, देश के कोने कोने से भाग लिया था। इन वीर […]
तलाक के कागजात और दिल का दरिया
रोहतक की दुखद घटना 😌😔 राधिका और नवीन को आज तलाक के कागज मिल गए थे। दोनो साथ ही कोर्ट से बाहर निकले। दोनो के परिजन साथ थे और उनके चेहरे पर विजय और सुकून के निशान साफ झलक रहे थे। चार साल की लंबी लड़ाई के बाद आज फैसला हो गया था। दस साल […]
🌹🌸🌷🌻🪷🕉️🪷🌻🌷🌸🌹 समुत्कर्ष समिति द्वारा मकर संक्रान्ति की पूर्व संध्या पर *भगवान भास्कर के उत्तरायण का पर्व : मकर संक्रान्ति* विषयक 118 वीं समुत्कर्ष विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया l समुत्कर्ष समिति के समाज जागरण के ऑनलाइन प्रकल्प समुत्कर्ष विचार गोष्ठी में अपने विचार रखते हुए वक्ताओं कहना था कि सूर्य का एक राशि से […]
प्रायः सभी लोग ऐसा मानते हैं, कि *”मैं ही सबसे अधिक बुद्धिमान हूं। इसलिए दूसरे लोगों को मेरी बुद्धि के अनुसार व्यवहार करना चाहिए।”* परंतु ऐसा होता नहीं। क्यों? यह तब हो सकता था, जब दूसरे लोग आपको अपने से अधिक बुद्धिमान मान लेते। परन्तु वे लोग आपको अपने से अधिक बुद्धिमान मानते नहीं। क्यों […]
* लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ गुरुकुल महाविद्यालय सिकंदराबाद की स्थापना सन् 1898 आर्ष जगत व दर्शनों के उद्भट्ट मूर्धन्य विद्वान स्वामी दर्शनानंद ने की थी। जिनका पूर्व नाम पंडित कृपाराम था।उनके दार्शनिक ज्ञान का डंका जालंधर से लेकर काशी तक बजता था |इस गुरुकुल में अध्ययन प्राप्त अनेक आचार्य, स्नातकों विद्वानों शास्त्रियों पुरोहितों ने […]
भारत स्वराज्य की प्रेरणा वेदों से प्राप्त हुई। वेद में राष्ट्र ,राष्ट्रवाद और राष्ट्रीयता का बड़ा मार्मिक चित्रण किया गया है। संसार के सबसे प्राचीन धर्मशास्त्र वेद – ऋग्वेद में स्वराज्य की आराधना करने की बात कही गई है। वेद के स्वराज्य संबंधी इसी चिंतन ने भारत को पराधीनता के काल में कभी भी चैन […]
“ निसिचर हीन करउँ महि भुज उठाइ प्रण कीन्ह!” “…भय विन होत न प्रीत” आजकल लगभग सभी समाचार पत्रों सहित अनेक पत्र-पत्रिकाओं और टीवी समाचार चैनलों में “श्रीराम जन्म भूमि मंदिर” अयोध्या धाम में श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के शुभाअवसर पर अति उत्साहित व भक्ति रस में डूबे हुई कार सेवकों की संघर्ष […]