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डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से महत्वपूर्ण लेख

कांग्रेस का राष्ट्र विरोधी आचरण और श्री राम मंदिर

कांग्रेस अपने जन्म काल से ही हिंदू विरोधी आचरण करती आई है । हिंदू विरोधी का अभिप्राय है – राष्ट्र विरोधी होना। कांग्रेस के ऐसे दोगले चरित्र के होने का कारण यह भी है कि इसे भारतीय सांस्कृतिक राष्ट्रवाद से प्रेरित होकर स्थापित नहीं किया गया था अपितु भारतीय राष्ट्रवाद को मिटाने या उसकी उठती […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

स्वामी श्रद्धानंद : जिनके बलिदान से मिली थी देश को नई ऊर्जा

========================================= स्वामी श्रद्धानंद , इस नाम का स्मरण होते ही मस्तिष्क में ऊँचा कद, चेहरे पर गंभीरता, वाणी में दृढ़ता लिए एक महामानव का नाम स्मरण हो जाता हैं जिन्हें जाति निर्माता कहूँ या फिर अमर शहीद कहूँ या फिर त्याग और तपस्या की मूर्ति कहूँ या मार्ग दर्शक कहूँ या फिर दलितौद्धारक कहूँ। स्वामी […]

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धर्म-अध्यात्म

स्वामी दयानंद किसी की निंदा या आलोचना नहीं अपितु सत्य का मंडन और असत्य का खंडन करते थे

स्वामी दयानंद जी महाराज द्वारा रचित अमर ग्रन्थ सत्यार्थ प्रकाश का सबसे अधिक प्रचार आर्यसमाज से सम्बन्ध रखने वाले सदस्यों की अपेक्षा आर्यसमाज से सम्बन्ध न रखने वाले जनमानस ने अधिक किया हैं चाहे वह सनातन धर्म,सिख ,कबीर पंथी,जैन, बौद्ध,सिख, ईसाई, इस्लाम आदि किसी भी मत से क्यूँ न सम्बंधित हो। सत्यार्थ प्रकाश के खंडन […]

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स्वास्थ्य

बादाम छीलकर खाएं या बिना छीले, कौन सा होता है ज्यादा फायदेमंद! जानें आसानी से बादाम छीलने का तरीका*

* कई लोग सुबह भीगे हुए बादाम (Soaked Almonds) खाते हैं. पोषक तत्वों से भरपूर सुबह खाली पेट (Empty Stomach) बादाम (Almond) खाना स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद भी होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बादाम छीलकर (Peeled Almonds) खाने से ज्यादा फायदा होता है या बिना छीले. बादाम उन चीजों का खजाना […]

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आज का चिंतन

क्या आप हवन (अग्निहोत्र) करते हैं और उसमें हवनसामग्री इस्तेमाल करते हैं?

यदि इसका जवाब हां है तो आपको एक बात बहुत ध्यान से देखने की आवश्यकता है कि क्या आप के द्वारा इस्तेमाल होने वाली हवन सामग्री में सुगंधित पदार्थ डालकर ही तो उसे नहीं बनाया जा रहा है? क्योंकि हम में से अधिकतर लोगों को केवल हवन सामग्री का मतलब उसकी सुगंध से ही होता […]

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आओ कुछ जाने

मालवा में शैव परंपरा**

** आकिशे तारकं लिंगं पताले हाटकेश्वरम। भूलोके च महाकालो लिंग्गनय नमोस्तुते।। मालवा में शैव परंपरा को जानने, पहचानने और समझने के लिए हमें पौराणिक रहस्यों के अनुशीलन की आवश्यकता है। क्योंकि शैव परंपरा हिंदू धर्म का अभिन्न अंग है और हिंदू धर्म की आधारशिला वेद और पुराण हैं। विश्ववांग्मय में वेदों और पुराणों का स्थान […]

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राजनीति

एक समाचार👉 लक्ष्मण सिंह जी राहुल को बड़ा नेता नहीं मानते??

राहुल गांधी बड़ा नेता है भी नहीं? उनको सोनिया गांधी के पास जो धन संपत्ति है इसकी आड़ में उन्हें बड़ा नेता बनाया जा रहा है?? जबकि दोनों भाई-बहन कांग्रेस के पुराने नेताओं से 50 साल उम्र में छोटे हैं फिर भी वह हर मीटिंग में बीच में बैठते हैं ??? यहां तक की वर्तमान […]

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भारतीय संस्कृति

श्रीरामचरितमानस’ दिव्य लोकमंगलकारी नीतिपरक ग्रंथ

✍️ आचार्य डॉ. राधे श्याम द्विवेदी रामचरितमानस एहि नामा। सुनत श्रवण पिया बिश्रमा मन करि बिषय अनल बन जरै। होइ सुखी जौं एहिं सर पराई॥ (इसका नाम रामचरितमानस है, जिसका अर्थ है जप को शांति मिलती है। मनरूपी हाथी विषयरूपी दावानल में जल रहा है, वह यदि इस रामचरितमानस रूपी झील में आ पड़े तो […]

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समाज

गुरुकुलीय शिक्षा और स्वामी दयानंद, भाग- 2

वेद और संस्कृत भाषा संस्कृत संसार की सबसे प्राचीन भाषा है। वेदों का वास्तविक लाभ वेदों की भाषा अर्थात संस्कृत का और संस्कृत व्याकरण का ज्ञान होने पर ही प्राप्त हो सकता है। इसके लिए आवश्यक है कि गुरुकुल शिक्षा प्रणाली को लागू किया जाए । वेदों का अर्थ हिंदी में होने से उन्हें समझा […]

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आज का चिंतन

मानव शरीर में ही आध्यात्मिक उन्नति संभव है

आत्‍माराम यादव पीव महाकवि कालिदासकृत के द्वारा रचित ’’कुमारसंभव’’ के पॉचवे सर्ग में भगवान शंकर की प्राप्ति के लिये पार्वती जी हिमालय पर तप कर रही है, तब शंकर जी उनके निश्चय की परीक्षा करने के लिये एक ब्रम्हचारी के वेश में आकर कुशल क्षेम पूछने के बाद कहते है-’’अपि क्रियार्थ सुलभं समित्कुशं जलान्यपि स्नानविधिक्षमाणि […]

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