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इतिहास के पन्नों से

माता सावित्रीबाई फुले

तमन्ना मतलानी – विभूति फीचर्स क्रांतिज्योति माता सावित्रीबाई का जन्म नायगांव तालुका खंडाला जिला सातारा (महाराष्ट्र) में हुआ। उनके पिता का नाम खंडोजी नेवसे पाटिल था। महात्मा ज्योतिराव फुले का धर्म के ठेकेदारों ने बहुत अपमान किया। महात्मा फुले ने इन सभी की परवाह न करते हुए 1 जनवरी 1948 को पूना में लड़कियों के […]

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बिखरे मोती

जब तक काम क्रोध है, दिखता नही स्वरूप।

बिखरे मोती कैसे दिखे आत्मस्वरूप :- जब तक काम क्रोध है, दिखता नही स्वरूप। काम क्रोध का शमन कर, हो जावै तदरूप॥2507॥ तत्वार्थ – कहने का अभिप्राय यह है कि मकड़ी के जाले का रेशा बहुत ही महीन होता है यदि उसके जाले का एक रेशा भी आँख की पुतली पर पड़ जाये तो आँख […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

आर्यों के आक्रमण और उनके विदेशी होने का भ्रम

अनिल डागा अब जब ऑस्ट्रेलिया के पीटर केवुड शोध टीम की अगुआई करने वाले वैज्ञानिक, जिन्‍होंने तीन देशों के आठ रिसर्चर्स के साथ मिलकर सात साल तक शोध के बाद यह खोज निकाला है कि दुनिया में समुद्र से बाहर कोई द्वीप सबसे पहले बाहर आया था तो वह झारखंड का सिंहभूम क्षेत्र है। तब […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक सम्पत्ति – 300 वेदमंत्रों के उपदेश

[यह लेखमाला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की वैदिक सम्पत्ति नामक पुस्तक के आधार पर सुधी पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।] प्रस्तुति:-देवेंद्र सिंह आर्य (अध्यक्ष ‘उगता भारत’) गतांक से आगे… हवनीय हविष को सैकड़ों गुरणदायक और आयु बढ़ानेवाली औषधियों को डालकर तैयार किया है, इसलिए हे यज्ञपति इन्द्र ! आप इस संसार में […]

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समाज

पाखंड और आर्य समाज के पुरोहित, भाग 1

अपने स्थापना काल से ही आर्य समाज ने प्रत्येक प्रकार के पाखंड का पुरजोर विरोध किया है। हमारे देश में समाज को जिन ब्राह्मणों ने अपनी मूर्खतापूर्ण बातों से भ्रमित कर पाखंडों में फंसाया उन्हें आर्य समाज ने प्रारंभ से ही नकारा। यही कारण रहा कि आर्य समाज की पहचान एक ऐसी पवित्र क्रांतिकारी संस्था […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

क्या श्री राम जी माँसाहारी थे?

#डॉविवेकआर्य अयोध्या में श्री राम जी के मंदिर के शिलान्यास का समय जैसे जैसे निकट आ रहा हैं। वैसे वैसे अवांछनीय बयान कुछ लोग देकर देश का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी मेरे अनेक कई मित्रों ने यह शंका मेरे समक्ष रखी है कि उनके सामने दिन प्रतिदिन वाल्मीकि रामायण […]

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आज का चिंतन

ओ३म् “यदि ऋषि दयानन्द न आते तो क्या हो सकता था?”

========= ऋषि दयानन्द का जन्म 12 फरवरी, 1825 को गुजरात राज्य के मोरवी जिले के टंकारा कस्बे में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री कर्षनजी तिवारी था। जब उनकी आयु का चैदहवां वर्ष चल रहा था तो उन्होंने अपने शिवभक्त पिता के कहने पर शिवरात्रि का व्रत रखा था। शिवरात्रि को अपने कस्बे के […]

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समाज

गांव-गांव तक पहुँच रहा है पीने का साफ़ पानी

प्रेमशीला देवी गया, बिहार देश के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के बेहतर स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने वर्ष 2019 में ‘हर घर नल जल योजना’ की शुरुआत की थी. इस योजना ने पिछले पांच वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों की तस्वीर बदल दी है. इसका सबसे सकारात्मक प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर […]

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राजनीति

चमचागिरी और चापलूसी के परंपरागत रोग से जकड़ी कांग्रेस

– ललित गर्ग- कांग्रेस में शीर्ष नेतृत्व के प्रति चापलूसी की पुरानी परंपरा रही है, इस परंपरा को कांग्रेसी नेता पार्टी की संस्कृति की तरह से अपनाते रहे हैं। ऐसे अनेक नेता हुए हैं, जिन्होनें उस परंपरा को परवान चढ़ाने की मिसाल कायम करके सुर्खियां बटोरीं हैं, लेकिन इससे सबसे सशक्त एवं पुरानी राजनीतिक पार्टी […]

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महत्वपूर्ण लेख

पर्यटन को आकर्षित करता योगी आदित्यनाथ का उत्तर प्रदेश

भारत के आर्थिक विकास की रफ्तार को गति देने में कुछ राज्यों का योगदान तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही के समय में विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, गुजरात एवं राजस्थान जैसे राज्यों की आर्थिक विकास की गति तेज हुई है, जिससे यह राज्य भारतीय अर्थव्यवस्था के आकार को 5 लाख करोड़ […]

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