खुला पत्र====== पूज्य चरण धर्माचार्य महानुभाव गण।। आज जब कि संपूर्ण विश्व के हिंदुओं में एक गौरवशाली उल्लास व्याप्त है चतुर्दिक हर्ष का वातावरण है।500 वर्षोपरांत सनातनी हिंदुओं को वैश्विक स्तर पर विजयानुभूति हो रही है।टोपी लगाकर इफ्तार पार्टियों में बिना बुलाए पहुंच कर धन्य होने की परिपाटी लुप्तप्राय हो चली है।इस देश के शाशक […]
Month: January 2024
रौशन सिन्हा (बाएँ) और मरियम शिउना (फोटो साभार : X)भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप की यात्रा की और तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा किया। इन तस्वीरों को और पीएम मोदी की यात्रा को भारत में घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने वाला कदम माना गया। इस बीच, एक एक्स यूजर मिस्टर सिन्हा ने […]
बांसवाड़ा, 7 जनवरी/गायत्री मण्डल की ओर से पीताम्बरा आश्रम में रविवार को प्राच्य परम्परा के विभिन्न अनुष्ठानों के उपरान्त वैदिक एवं पौराणिक मंत्रों के साथ पंचदेव यज्ञार्चन हुआ, जिसमें गायत्री मण्डल के मुख्य संरक्षक दिलीप गुप्ता ने पूर्णाहुति दी। रविवार को पीताम्बरा आश्रम स्थित श्री हनुमत्पीठ परिसर में पीताम्बरा परिषद के संयोजक पं. नरेन्द्र आचार्य […]
भारत की आर्थिक प्रगति कुछ विघन संतोषी देशों, विशेष रूप से चीन एवं पाकिस्तान, को रास नहीं आ रही है। हालांकि भारत के कुछ मित्र बने देश भी कभी कभी भारत विरोधी इस मुहिम में शामिल पाए जाते हैं। कुल मिलाकर वैश्विक बाजार शक्तियां आज सक्रिय हो चुकी हैं जो भारत की आर्थिक प्रगति को […]
मात पिता का मिलना सचमुच…..
मात पिता का मिलना सचमुच सौभाग्य हमारा होता है। हमारे शुभकर्मों के पीछे संस्कार उन्हीं का होता है।। अच्छे मात-पिता मिल जाना सहज सुलभ नहीं होता है। कोटि-कोटि जन्मों का समझो पुण्य उदित तब होता है।। अपने आप तपें भट्टी में , पर कष्ट नहीं अनुभव करते। जीवन हमारा कुंदन बनता , व्यंग्य नहीं हम […]
भ्रूण हत्या : परमात्मा को चुनौती
दीपचन्द्र निर्मोही- विभूति फीचर्स वस्तुओं को ज्यों का त्यों देखना ही ज्ञान है। ज्ञान के अभाव में अज्ञान का अंधेरा खूब पनपता है, तब भ्रम, अंधविश्वास और अंधपरम्पराओं का उपज आना स्वाभाविक है। इनकी उपस्थिति जब किसी समाज की गति को रोकने में समर्थ होती है, तब सुख और समृद्धि ऐसे समाज के लिए कल्पना […]
है बलिदानी इतिहास हमारा ……
मित्रों ! हम यहां पर कुछ ऐसी क्रांतियों और आंदोलनों के नाम दे रहे हैं जिनसे पता चलता है कि ब्रिटिश काल में हमारे देश में क्रांति की आंधी मची हुई थी, पूरा भारत मचल रहा था और अपनी स्वाधीनता के प्रति पूर्णतया सजग था। तनिक देखिए: – प्लासी का युद्ध (सन 1757) , चुआड़ […]
प्रवीण गुगनानी, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार में सलाहकार गाजियाबाद।( ब्यूरो डेस्क ) हमारे विदेशमंत्री एस जयशंकर जी वर्ष दो हज़ार चौबीस की अपनी पहली यात्रा में नेपाल गये। समय बड़ा ही प्रासंगिक है, जिसे कि परफ़ेक्ट टाइमिंग कहा जाता है। इधर अयोध्या में नेपाल से आई शालिग्राम शिलाओं से शिल्पित मूर्तियों का पूजन प्रारंभ […]
आप भी कर सकते हैं अपने घर में यज्ञ
पं. लीलापत शर्मा-विभूति फीचर्स गायत्री और यज्ञ एक-दूसरे के पूरक है, उन्हें अन्योन्याश्रित कहा गया है। सर्वविदित है कि गायत्री अनुष्ठानों की पूर्णता के लिए सतयुग में दशांश होम का विधान था और अब बदली हुई परिस्थितियों में शतांश का विधान है। आर्थिक, शारीरिक एवं परिस्थितिजन्य कठिनाइयों की स्थिति में भी ऋषि परंपरा यह है […]
धरती, धर्म और युद्ध
अमृतलाल मालवीय-विभूति फीचर्स विश्व इतिहास का यदि हम अवलोकन करें तो ज्ञात होगा कि विश्व के छोटे-बड़े देशों मेें आंतरिक या बाहृय स्तर पर जो भी युद्घ हुये उनके पीछे आर्थिक कम धार्मिक सत्ता का विस्तार होना अधिक पाया गया। धरती अपनी जगह स्थिर व अडिग है पर इस पर सत्ता जमाने वाले धर्म निश्चित […]