# जानता हूँ कि इस पोस्ट को ग्रुप में शेयर करने पर आपसे कुछ लोग नाराज होंगे और कुछ तो आपको बाहर ही कर देंगे। लेकिन यही इसका उद्देश्य है। एक बार करके देखिए। धीरे धीरे #नएजातिवादीग्रुप बनाकर उभारे जा रहे हैं। पहले ये केवल व्हाट्सएप समूह तक सीमित थे अब इनकी बाकायदा परिषद बन […]
Month: December 2023
बांसवाड़ा, 29 नवम्बर/श्रीविद्या साधना के व्यवहारिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण के लिए गायत्री मण्डल के अधीन संचालित श्रीविद्या साधना परिषद के लिए श्रीविद्या साधक पं. आशीष पण्ड्या (पिण्डारमा) को संयोजक मनोनीत किया गया है। इसकी घोषणा गायत्री मण्डल के अध्यक्ष डॉ. दीपक आचार्य द्वारा की गई। पं. आशीष पण्ड्या वागड़ अंचल के श्रीविद्या साधकों एवं साधिकाओं […]
AILU का तीसरा महाराष्ट्र राज्य सम्मेलन मुंबई में संपन्न हुआ। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील एवं राष्ट्रीय महासचिव एडवोकेट. पी.वी. सुरेंद्रनाथ ने उद्घाटन करते हुए कहा कि – “देश में सांप्रदायिक विचारधारा पनप रही है और इसे आरएसएस और प्रतिक्रियावादी ताकतें बढ़ावा दे रही हैं। इससे लोकतंत्र को खतरा पैदा हो गया है. भारत ने […]
वेदारम्भ संस्कार बच्चे का वेदारम्भ संस्कार भी भारत में प्राचीन काल में समारोह पूर्वक संपन्न कराया जाता था । इसका उद्देश्य यही होता था कि बच्चे में सूक्ष्म रूप से ऐसे संस्कार उत्पन्न हों कि वह शिक्षा या विद्या को अपने लिए बोझ न समझे , अपितु उसे अपने जीवन का श्रंगार मानकर सहज रूप […]
दिव्य अग्रवाल ऐसा क्या कारण है की अवैध शस्त्रों का निर्माण हो या व्यापार, इसमें संलिप्त लोग ज्यादातर इस्लाम मजहब से सम्बन्ध रखते हैं । अभी जुलाई माह में गाजियाबाद में एक फैक्ट्री पकड़ी गयी थी जो पूर्णतः आधुनिक थी उसमें वी ऍम सी जैसी उच्च कोटि की मशीने थी जिनकी लागत लाखो रुपये से […]
नीलम ग्रैंडी गरुड़, उत्तराखंड पिछले कुछ दशकों में भारत ने तेज़ी से विकास किया है. चाहे वह विज्ञान का क्षेत्र हो, अंतरिक्ष हो, टेक्नोलॉजी हो, राजनीति हो, अर्थव्यवस्था हो या फिर ग्लोबल लीडर की भूमिका हो, सभी में भारत का एक दमदार किरदार नज़र आता है. आज दुनिया के बड़े से बड़े निवेशक भारत में […]
क्या आपने अमीर अली का नाम सुना है, राजस्थान के इतिहास में यह वह व्यक्ति है जिसके धोखे के कारण महिलाएं जौहर नहीं कर पाई और उन्हें तलवारो से काटना पड़ा, तो चलिए आज जैसलमेर के राजा लूणकरण को याद करते है, जो मित्रता के नाम पर राजस्थान के सबसे बड़े धोखे का शिकार हुए […]
धर्म चिंतन और राष्ट्र चिंतन के केंद्र होने के कारण मंदिरों से प्राचीन काल से ही क्रांति का स्रोत प्रवाहित होता रहा है। यही कारण रहा कि जब सिकंदर का भारत पर आक्रमण हुआ तो क्रांति के इन केंद्रों से ऐसी धारा प्रवाहित हुई कि उसने चंद्रगुप्त और चाणक्य की जोड़ी के माध्यम से राष्ट्ररक्षा […]