“संसार के लोग जितनी मात्रा में सुख चाहते हैं, उतना वह मिलता नहीं। बहुत थोड़ा मिलता है, और शीघ्र ही नष्ट हो जाता है।” “दुख भोगना बिल्कुल नहीं चाहते, फिर भी बहुत सारा दुख भोगना पड़ता है।” संसार के लोगों को इसका कारण समझ में नहीं आ रहा। इसका कारण है, कि “मनुष्य कहीं न […]
महीना: दिसम्बर 2023
-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द का जन्म 12 फरवरी, 1825 को गुजरात राज्य के मोरवी जिले के टंकारा कस्बे में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री कर्षनजी तिवारी था। जब उनकी आयु का चैदहवां वर्ष चल रहा था तो उन्होंने अपने शिवभक्त पिता के कहने पर शिवरात्रि का व्रत रखा था। शिवरात्रि को […]
किसी भी राष्ट्र को तेजस्विता उसके तेजस्वी नेतृत्व से प्राप्त होती है। यदि नेतृत्व अभाहीन है या अपने आप को ही स्थापित करने के प्रति लापरवाह है या अपने अतीत के गौरव को प्रस्तुत करने में भी उसे शर्म की अनुभूति होती है तो राष्ट्र की आत्मा कांतिहीन होने का आभास देने लगती है । […]
अल्लाह ने अपनी कलाम के ज्यादा जगह में बताया 6 दिनों में आसमानों को और जमीं को बनाया यह लग भाग 12,से 13 जगह बताया कुरान में | लेकिन एक जगह यह भी बता दिया कि धरती को दिन में बनाया, और चार दिन में खाने पिने का सामान बनाया | अब अल्लाह की कौन […]
वीरेन्द्र गुप्ता की कलम से… सिख इतिहास भाग 2 अपने पहले लेख को आगे बढ़ाते हुए, भाग 2, प्रस्तुत है। 36. वहाँ कौन सा गुरुद्वारा है जहाँ गुरु अरजन देव जी को शहीद किया गया था। 🌹डेरा साहिब, 37. आतंकी मुगलों ने गुरु श्रीहरि गोबिंद जी को कैदी की तरह कहाँ रखा था? 🌹ग्वालियर का […]
-राजेश बैरागी- अभी लोकसभा चुनाव की दुंदुभी बजी नहीं है परंतु संभावित प्रत्याशियों ने अपने नगाड़ों पर थाप दे दी है। सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा की प्रतिष्ठा का ध्वज सबसे ऊंचा होकर फहर रहा है इसलिए संभावित प्रत्याशियों की भीड़ भी उसी ओर बढ़ रही है। अपनी जीत के प्रति आश्वस्त भाजपा को अपने ही जीते […]
क्या आपने अमीर अली का नाम सुना है, राजस्थान के इतिहास में यह वह व्यक्ति है जिसके धोखे के कारण महिलाएं जोहर नहीं कर पाई और उन्हें तलवारो से काटना पड़ा, तो चलिए आज जैसलमेर के राजा लूणकरण को याद करते है, जो मित्रता के नाम पर राजस्थान के सबसे बड़े धोखे का शिकार हुए। […]
आज देश में अधिकांश ऐसी आर्य समाजें हैं जिनमें घटिया स्तर की राजनीति हो रही है । लोग पदों के लिए कुत्तों की भांति लड़ रहे हैं। एक दूसरे की टांग खींचना , एक दूसरे के प्रति जहर उगलना और ओच्छी मानसिकता से उपजी अभद्र भाषा का प्रयोग करना , आर्य समाज में बैठे लोगों […]
महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती के अवसर पर विशेष प्रस्तुति। राष्ट्र महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। वास्तव में महर्षि दयानंद का हम पर बहुत ऋण है। हम उनके ऋण से उऋण नहीं हो सकते । मुझे विधि व्यवसाय के दृष्टिकोण से इलाहाबाद (प्रयाग) जाने का अवसर अनेक […]
विश्व के कुछ देश वर्ष 2024 में मंदी की मार झेल सकते हैं, यह कुछ अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों का आंकलन है। परंतु, वैश्विक स्तर पर अर्थव्यस्था के गिरने की सम्भावनाओं के बीच एक देश ऐसा भी है, जिस पर समस्त अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों, विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष एवं विश्व बैंक, की नजरें टिकी […]