* लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ वर्ष 2021 का मेडिसिन/ फिजियोलॉजी का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से दो जीव वैज्ञानिकों डेविड जूलियस व एडम पैटपुतिन को दिया गया। इन दोनों वैज्ञानिकों के लोकोपयोगी अनुसंधान को समझने से पहले हमें भारतीय आस्तिक वैदिक 6 दर्शनों मे प्रमुखता से प्रतिपादित विषय की ओर जाना होगा। भारतीय वैदिक […]
Month: October 2023
राकेश अचल – विनायक फीचर्स क्या दुनिया युद्ध से मोक्ष पा सकती है? क्या दुनिया के पास युद्ध के तर्पण की कोई विधि है? उत्तर मिलेगा शायद नहीं। अगर ऐसा कुछ होता तो धरती पर युद्ध होते ही नहीं। युद्ध को लेकर एक और तथ्य काबिले गौर ये है कि युद्ध के समय युद्धरत देश […]
जाति आधारित जनगणना और देश की राजनीति
हिंदू समाज के खिलाफ गहरी साजिश है जाति आधारित जनगणना मृत्युंजय दीक्षित भविष्य की राजनीति में जातिगत जनगणना की इस रिपोर्ट से सर्वाधिक लाभ भारतीय जनता पार्टी को ही होने वाला है। जातिगत सर्वे के बाद आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन द्वारा जिसकी जितनी संख्या उतनी उसकी हिस्सेदारी का नारा बुलंद किया जा रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री […]
अजय कुमार जातिवाद के नाम पर लोग अलग-अलग दलों के लिए वोट करने लगे थे। पिछड़े मुलायम के साथ चले गए और दलित मायावती के साथ हो लिए। भाजपा मात्र अगड़ों की पार्टी बनकर रह गई, जिनकी समाज में भागीदारी काफी कम थी। भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव […]
ईसाईयत और इस्लाम विश्व इतिहास को बीते हुए पांच सात हजार वर्ष में समेटकर चलते हैं। इसका कारण ये है कि ईसाईयत और इस्लाम को अपनी जड़ों के स्रोत इतने समय से पूर्व के दिखाई ही नही देते। इसलिए इन विचारधाराओं ने विश्व में सैमेटिक (ईसाईयत और इस्लाम जैसे मजहब) और नॉन सैमेटिक (वैदिक धर्म […]
इजरायल और फिलस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच चल रहे युद्ध का असर भारत में भी देखने को मिल रहा है दरअसल, आज यानी शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद देशभर में तनाव माहौल बना हुआ है. बताया जा रहा है कि कई जगह सड़कों पर जिहादी झुंड उतर कर इस्लामिक आतंकी संगठन हमास […]
* Dr D K Garg भगवान मुरगन के छः सिर बताए जाते है और इसके पीछे एक कथा भी सुनाई जाती है जो लेखक और गायक की मानसिक विकृति का प्रतीक है । कहते है जब शिव पार्वती विवाह के बाद एक गुफा में मिले तब वहां गुफा में एक कबूतर भी चला गया और […]
शराब शैतान का पानी है*
* लेखक आर्य सागर खारी🖋️ ऐ शराब तूने अक्सर कोमो को खाके छोड़ा | जिस घर से सर उठाया ,उसको मिटा के छोड़ा| राजाओं के राज छीने, शाहो के ताज छीने| गर्दनकशो को अक्सर नीचा दिखाके छोड़ा | बहनों की मांग छीनी , माताओं के लाल छीने| जिस घर में घुसी, उस घर को मिट्टी […]
पहले ही स्पष्ट कर देना उचित होगा कि यह पोस्ट उन लोगों के लिये नहीं है जो जीवन के सुख त्याग कर जंगलों में कन्द-मूल-फल खा कर तपस्या कर रहे हैं, जिन्होंने परद्रव्य को लोष्ठवत समझा, जिन्होंने जीवन में कभी रैड लाइट जम्प नहीं की, जो पूरी ईमानदारी से टैक्स भरते हैं, जो अपने बाथरूम […]
चुनावी मौसम और जनहित योजनाएं
चुनावी रथ में ही क्यों सवार होती हैं जन-हित योजनाएं ललित गर्ग निश्चित ही राजस्थान में लोकलुभावनी योजनाओं का जनता को लाभ मिला है, राजस्थान का कायाकल्प भी हुआ। गहलोत अपने राजनीतिक जीवन की सबसे चुनौतीपूर्ण पारी खेलते हुए एक कद्दावर नेता के रूप में सामने आ रहे हैं। लेकिन मतदाता के मन में ये […]